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    नहीं सुधरेगा नकलबाज पाकिस्तान! विदेशों में जाएगा PAK का डेलिगेशन; फिर भी 'आतंकिस्तान' का झूठ होगा बेनकाब

    Updated: Mon, 02 Jun 2025 08:40 PM (IST)

    डिजिटल डेस्क नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद आतंकवाद समर्थक पाकिस्तान की सच्चाई को भारत ने दुनिया के सामने उजागर किया। अब पाकिस्तान भारत की नकल करते हुए अपना प्रतिनिधिमंडल अमेरिका ब्रिटेन सहित कई देशों में भेज रहा है। पाकिस्तान का लक्ष्य है कि वह दुनिया के सामने झूठे आंसू बहाकर सहानुभूति प्राप्त करे यह दर्शाते हुए कि भारतीय सेना ने उसके सैन्य ठिकानों को नष्ट कर दिया।

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    पाकिस्तान ने अपना प्रतिनिधिमंडल अमेरिका, ब्रिटेन सहित कई देशों के लिए सोमवार को रवाना किया।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) की सफलता और आतंकवाद को पालने वाले पाकिस्तान की सच्चाई को भारत ने दुनिया के सामने उजागर किया। भारत ने सात सर्वदलीय डेलिगेशन को 33 देशों में भेजने का फैसला किया। अब पाकिस्तान ने भारत की नकल करने का फैसला किया है।

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    पहलगाम हमले के बाद दुनिया के आगे बेनकाब हो चुका पाकिस्तान ने अपना प्रतिनिधिमंडल अमेरिका, ब्रिटेन सहित कई देशों के लिए सोमवार को रवाना किया।

    क्या है पाकिस्तान की चाल?

    पाकिस्तान इन देशों में जाकर गिड़गिड़ाएगा कि किस तरह भारतीय सेना ने उसके एयरबेस और सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया। पाकिस्तान का उद्देश्य है कि वो दुनिया के सामने घड़ियाली आंसू बहाकर दुनिया की हमदर्दी बटोरेगा।

    पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के निर्देश पर एक उच्च-स्तरीय बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार से न्यूयॉर्क, वॉशिंगटन, लंदन और ब्रसेल्स का दौरा कर रहा है।

    प्रतिनिधिमंडल में इन लोगों को किया गया शामिल

    नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में संघीय मंत्री मुसादिक मलिक, पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार और खुर्रम दस्तगीर खान, पूर्व मंत्री सैयद फैसल अली सुब्जवारी, शेरी रहमान, सीनेटर बुशरा अंजुम बट शामिल हैं। इस प्रतिनिधिमंडल में पूर्व विदेश सचिव- जलील अब्बास जिलानी और तहमीना जंजुआ भी शामिल हैं।

    बता दें कि भारत ने 33 देशों में जाकर पाकिस्तान की न सिर्फ पोल खोली है बल्कि यह संदेश भी दिया है कि भविष्य में अगर आतंकी हमला होता है तो पड़ोसी मुल्क को जबरदस्त नुकसान झेलना होगा। वहीं, कई देशों ने पहलगाम हमले के लिए पाकिस्तान की कड़ी निंदा की है। 

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