Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में सुरक्षाबलों का स्पेशल ऑपरेशन, 8 TTP आतंकवादी ढेर

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 04:08 PM (IST)

    पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में एक खुफिया अभियान में आठ टीटीपी आतंकवादी मारे गए। दक्षिणी वजीरिस्तान के पास एक सरकारी बालिका विद्यालय में विस्फोट हुआ, जिससे शिक्षा में बाधा डालने का प्रयास किया गया। प्रांत में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ी हैं, और इस साल आतंकवाद से 298 लोगों की जान गई है। पुलिस ने कई आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है और जबरन वसूली करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की है।

    Hero Image

    खैबर पख्तूनख्वा में 8 टीटीपी आंतकी ढेर। (रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में शुक्रवार को एक इंटेलीजेस बेस्ड ऑपरेशन को दौरान आठ टीटीपी आतंकवादी मारे गए और पांच घायल हो गए हैं। यह अभियान लक्की मरवत जिले के वांडा शेख अल्लाह इलाके में चलाया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पुलिस ने बताया कि इस अभियान में प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के आठ आतंकवादी मारे गए और पांच अन्य घायल हो गए।

    सरकारी स्कूल की इमारत में विस्फोट

    एक अलग घटना में, अज्ञात हमलावरों ने शुक्रवार को दक्षिणी वजीरिस्तान की सीमा से लगे टैंक जिले में एक नवनिर्मित सरकारी बालिका प्राथमिक विद्यालय में विस्फोट कर दिया। पुलिस ने बताया कि यह घटना सियाल गुल कोरोना के गारा बुद्धा गांव में हुई। गनीमत रही कि विस्फोट के समय इमारत खाली थी, जिस कारण किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

    सुरक्षा अधिकारियों को शक है कि इस क्षेत्र में शिक्षा और साक्षरता, खासकर लड़कियों की शिक्षा, के विकास में बाधा डालने के इरादे से उग्रवादियों ने हमले को अंजाम दिया। अभी तक किसी भी समूह ने स्कूल बम विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि, टैंक जिले में सक्रिय टीटीपी के अलग-अलग समूह लड़कियों की शिक्षा के खिलाफ हैं और आमतौर पर उनके स्कूलों को निशाना बनाते हैं।

    एक दशक में 450 से ज्यादा स्कूल तबाह

    लोकल एनजीओ द्वारा इकट्ठा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक दशक में इस प्रांत में ऐसे हमलों में 450 से ज्यादा स्कूल नष्ट हो चुके हैं, जिससे छात्रों को या तो पढ़ाई छोड़नी पड़ी है या फिर उन्हें खंडहर हो चुकी इमारतों या मलबे के पास पढ़ने को मजबूर होना पड़ा है।

    पाकिस्तान में 2019 तक लड़कियों के स्कूलों पर कई हमले हुए, खासकर स्वात घाटी और टीटीपी के नियंत्रण वाले पूर्व कबायली इलाकों में। 2012 में, उग्रवादियों ने नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई पर हमला किया, जो लड़कियों की शिक्षा की पैरोकार थीं।

    अफगानिस्तान की सीमा से लगे प्रांतों में बढ़ीं आतंकी गतिविधियां

    पाकिस्तान में हाल ही में, मुख्य रूप से अफगानिस्तान की सीमा से लगे प्रांतों में, आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। आतंकवाद निरोधी विभाग (CTD) की गुरुवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल खैबर पख्तूनख्वा में अब तक आतंकवाद के कारण 298 लोगों की मौत हो चुकी है।

    खैबर पख्तूनख्वा से 1,124 आतंकवादी गिरफ्तार

    रिपोर्ट में कहा गया है कि 22 अक्टूबर तक, प्रांत भर में अलग-अलग आतंकवादी घटनाओं में 117 पुलिसकर्मी और 181 नागरिक मारे गए, जिससे मरने वालों की कुल संख्या 298 हो गई, जबकि 486 अन्य घायल हुए। आंकड़ों के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा में 2,366 खुफिया-आधारित अभियान चलाए गए, जिनमें 1,124 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया और 368 आतंकवादियों को मार गिराया गया।

    रिपोर्ट में कहा गया है कि साल के दौरान आतंकवाद से संबंधित विभिन्न मामलों में 6,181 संदिग्धों पर आरोप लगाए गए। जबरन वसूली करने वाले गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई भी तेज कर दी गई है। इस साल अब तक 1,287 मामले दर्ज किए गए हैं और 209 संदिग्धों पर आरोप लगाए गए हैं, जबकि अभियानों के दौरान 52 अन्य को गिरफ्तार किया गया है।

    (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

    इसे भी पढ़ें: भारत के बाद पाकिस्तान पर तालिबान की 'वाटर स्ट्राइक', कुनार नदी पर बांध बनाकर पानी रोकने का एलान