GDP से लेकर Export target तक, अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र में बांग्लादेश ने पाकिस्तान को छोड़ा पीछे
बांग्लादेश ने 2023-24 में 71 अरब डॉलर का बजट पेश किया और 7.5 प्रतिशत की विकास दर हासिल की जबकि पाकिस्तान की विकास दर केवल 3.5 प्रतिशत है और मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 21 प्रतिशत हो चुकी है।

इस्लामाबाद,एएनआइ। पाकिस्तान से पूर्वी पाकिस्तान अलग होकर साल 1971 में एक नया देश बना, जिसे बांग्लादेश नाम दिया गया। आजादी के बाद धीरे-धीरे ही सही मगर बांग्लादेश ने तरक्की की राह अपना ली। वहीं, आज के समय पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पूरी तरह बदहाल हो चुकी है। पाकिस्तान की अर्थव्यस्था इतने नीचे गिर गई है कि उसे बांग्लादेश ने हर सेक्टर में पछाड़ दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश ने 2023-24 में 71 अरब डॉलर का बजट पेश किया और 7.5 प्रतिशत की विकास दर हासिल की, जबकि पाकिस्तान की विकास दर केवल 3.5 प्रतिशत है और मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 21 प्रतिशत हो चुकी है।
अर्थव्यवस्था के मामले में बांग्लादेश ने पाक को पछाड़ा
पाकिस्तान के उर्दू अखबार डेली जंग ने पाकिस्तान और बांग्लादेश के अर्थव्यवस्था की तुलनात्मक रिपोर्ट पेश की है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बांग्लादेश के पास नए वित्तीय वर्ष के लिए लगभग 31 अरब डॉलर रिजर्व है, जबकि पाकिस्तान के पास चार अरब डॉलर से भी कम बचा है।
इसके साथ ही उसके ऊपर मित्र देशों का काफी अधिक लोन भी है। पाकिस्तान से आजाद होने के 52 वर्ष बाद बांग्लादेश का निर्यात 52 अरब डालर हो चुका है, जबकि पाकिस्तान का निर्यात 31.78 अरब डालर पर स्थिर है।
निर्यात लक्ष्य में भी पाकिस्तान पीछे
चालू वर्ष में बांग्लादेश का निर्यात लक्ष्य 67 बिलियन अमरीकी डॉलर है, जबकि पाकिस्तान का लक्ष्य 38 बिलियन अमरीकी डॉलर है। आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तान केवल 21.5 बिलियन अमरीकी डॉलर तक निर्यात और सेवाएं प्रदान करने में सक्षम है, जो लक्ष्य से बहुत कम है।
आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान
इस बीच, जियो न्यूज ने हाल ही में बताया कि पाकिस्तान अपने सबसे खराब आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है, जो जनता को प्रभावित कर रहा है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार द्वारा इसे टालने के प्रयासों के बावजूद पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है।
जियो न्यूज ने बताया कि पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने बताया कि पाकिस्तान उच्च मुद्रास्फीति और वैश्विक और घरेलू आर्थिक वातावरण से उत्पन्न होने वाली चुनौतियों का सामना कर रहा है। मंत्रालय ने अपने मासिक आउटलुक बुलेटिन में मई महीने के लिए मुद्रास्फीति के 34-36 प्रतिशत के दायरे में रहने का अनुमान लगाया है।
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