Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    पाकिस्तान में हिंसक झड़पों के बाद टीएलपी पर एक्शन, 5500 से ज्यादा सदस्य गिरफ्तार

    Updated: Sat, 18 Oct 2025 09:27 PM (IST)

    पाकिस्तान में तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) और पुलिस के बीच हिंसक झड़पों के बाद सरकार ने सख्त कदम उठाया है। टीएलपी के 5,500 से अधिक सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई टीएलपी के देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों के जवाब में की गई है, जिसमें उनके नेता साद हुसैन रिजवी की रिहाई की मांग की गई थी। सरकार ने प्रदर्शनों को गैरकानूनी घोषित कर दिया है।

    Hero Image

    टीएलपी के 5,500 से अधिक सदस्य गिरफ्तार। (रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान में इस हफ्ते की शुरुआत में इजरायल विरोधी प्रदर्शन को लेकर अमेरिकी दूतावास की ओर मार्च करने के दौरान पुलिस से हुई हिंसक झड़पों के बाद तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (को गिरफ्तार किया गया है।

    टीएलपी के समर्थकों ने पिछले शुक्रवार को एक विरोटीएलपी) के 5,500 से अधिक सदस्यों ध मार्च शुरू किया था, जिसका उद्देश्य फलस्तीन के लोगों के समर्थन में इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास के सामने धरना देना था। इसके बाद, पाकिस्तानी अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों के प्रवेश को रोकने के लिए इस्लामाबाद जाने वाली प्रमुख सड़कों को बंद कर दिया और उनके संचार को बाधित करने के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हिंसक झड़प में मारे गए 16 पुलिसकर्मी

    पुलिस ने बताया कि इस सोमवार को लाहौर से लगभग 60 किलोमीटर दूर मुरीदके में पुलिस और टीएलपी समर्थकों के बीच हुई झड़पों में पुलिसकर्मियों समेत 16 लोग मारे गए और 1,600 से अधिक घायल हुए। हालांकि, टीएलपी ने दावा किया कि फलस्तीनियों के साथ एकजुटता व्यक्त कर रहे निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा कथित तौर पर की गई गोलीबारी में उसके दर्जनों समर्थक मारे गए और हजारों घायल हुए।

    5,500 से अधिक टीएलपी कार्यकर्ता गिरफ्तार

    पंजाब पुलिस के एक प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि प्रांत के विभिन्न हिस्सों से अब तक 5,500 से अधिक टीएलपी कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। टीएलपी प्रमुख साद रिजवी अब तक गिरफ्तारी से बचते रहे हैं, लेकिन उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

    (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

    इसे भी पढ़ें: 'शांति चुनो या अराजकता', अफगानिस्तान से जारी तनाव के बीच क्यों भड़के आसिम मुनीर?