'मानसिक रूप से बीमार और नार्सिसिस्ट', इमरान खान पर क्यों भड़की पाक सेना?
पाकिस्तान की सेना ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर तीखा हमला बोला है, उन्हें 'मानसिक रूप से बीमार' और 'नार्सिसिस्ट' बताया है। सेना का आर ...और पढ़ें
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इमरान खान के बयान पर पाक सेना भड़की बोली- मानसिक रूप से बीमार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान की सेना ने पूर्व प्रधानमंत्री और जेल में बंद इमरान खान पर सख्त हमला बोला है। इमरान खान ने आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर को मानसिक रूप से अस्थिर कहा था। इसके जवाब में सेना ने उन्हें मानसिक रूप से बीमार बताते हुए आरोप लगाया कि वे परिवार की मुलाकात और सोशल मीडिया पोस्ट का इस्तेमाल सेना के खिलाफ माहौल बनाने में कर रहे हैं।
टीवी पर ब्रीफिंग के दौरान सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने बिना नाम लिए इमरान को 'नार्सिसिस्ट' यानी अत्यधिक आत्म-केंद्रित बताया। उन्होंने कहा कि इमरान ऐसी सोच रखते हैं कि अगर मैं सत्ता में नहीं हूं, तो कुछ भी नहीं होना चाहिए।
इमरान की बहन हाल ही में जेल में उनसे मिली थीं और बाहर आकर कहा कि उनका भाई आर्मी चीफ से बेहद नाराज है। चौधरी ने दावा किया कि जेल में इमरान से मिलने वाले लोग सेना के खिलाफ“जहर फैलाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
इमरान का आरोप
इमरान खान ने एक दिन पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्सपर पोस्ट कर जनरल मुनीर पर संविधान और कानून व्यवस्था को कमजोर करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि उन्हें और उनकी पत्नी को झूठे आरोपों पर जेल में डाला गया है और उन्हें अलग-थलग रखकर मानसिक दबाव दिया जा रहा है।
उनके प्रवक्ता जुल्फिकार बुखारी ने सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस को भावुक प्रतिक्रिया बताया। उनका कहना है कि यह इमरान और उनकी पार्टी को डराने और कार्रवाई तेज करने की कोशिश है। बुखारी ने यह भी दावा किया कि इमरान से मुलाकात पर अब पाबंदी लगा दी गई है।
सेना ने क्या कहा
सेना ने याद दिलाया कि 9 मई 2023 को इमरान की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने कई सैन्य ठिकानों पर हमला किया था। चौधरी ने पूछा, "क्या यह वही व्यक्ति नहीं है जिसने वो हमले कराए?" हालांकि इमरान इन आरोपों से इनकार करते रहे हैं।
73 वर्षीय इमरान 2023 के भ्रष्टाचार मामले में जेल में हैं और उन पर कई और केस चल रहे हैं। सेना प्रवक्ता ने कहा कि इमरान और उनकी पार्टी PTI देश में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं और बाहरी ताकतों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इमरान की पार्टी पर प्रतिबंध लगाने का फैसला सेना नहीं, बल्कि नागरिक सरकार का होता है।
नई नियुक्ति के बाद बढ़ी तल्खी
यह विवाद ऐसे समय आया है जब राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने जनरल मुनीर को नई बनाई गई पोस्ट चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (CDF) पर नियुक्त किया है। यह पद तीनों सेनाओं के बीच बेहतर समन्वय के लिए बनाया गया है।
इमरान खान को अप्रैल 2022 में अविश्वास प्रस्ताव के बाद सत्ता से हटाया गया था। उनकी पार्टी अभी भी दावा करती है कि 2024 के चुनाव में धांधली कर पीएम शरीफ को फायदा पहुंचाया गया, लेकिन सरकार इस आरोप को खारिज करती है।

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