'बलूचिस्तान ने IS का समर्थन कर रही पाकिस्तान आर्मी', मानवाधिकार संगठन ने लगाए गंभीर आरोप
एक मानवाधिकार संगठन ने आरोप लगाया है कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट पाकिस्तान प्रोविंस पाकिस्तानी सेना के संरक्षण में बलूचिस्तान में सक्रिय है जिसका उद्देश्य बलूच आंदोलनों को निशाना बनाना है। बलूच वायस फॉर जस्टिस (बीवीजे) ने यह टिप्पणी अमेरिका द्वारा क्वेटा में बलूचिस्तान नेशनल पार्टी की बैठक पर हुए आत्मघाती हमले की निंदा के बाद की है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एक प्रमुख मानवाधिकार संगठन ने आरोप लगाया कि दाएश के नाम से संचालित आतंकी संगठन ''इस्लामिक स्टेट पाकिस्तान प्रोविंस'' पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसियों के संरक्षण में बलूचिस्तान में गतिविधियां चला रहा है। इसका उद्देश्य बलूच आंदोलनों को निशाना बनाना है।
बलूच वायस फॉर जस्टिस (बीवीजे) की ओर से यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब गुरुवार को अमेरिका ने क्वेटा में दो सितंबर को बलूचिस्तान नेशनल पार्टी की बैठक में हुए आत्मघाती हमले की निंदा की थी। इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा था कि पाकिस्तानी लोग हिंसा और भय से मुक्त जीवन जीने के हकदार हैं।
तालिबान को पाकिस्तानी प्रतिष्ठान के संरक्षण से लाभ हुआ
अमेरिका आईएस-पाकिस्तान प्रोविंस जैसे आतंकी समूहों के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में पाकिस्तान के साथ खड़ा है। समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली थी। बीवीजे ने जोर देकर कहा कि हालांकि यह व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है कि आतंकी समूह दाएश और तालिबान को पाकिस्तानी प्रतिष्ठान के संरक्षण से लाभ हुआ है, फिर भी अमेरिका पाकिस्तानी सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
मानवाधिकार संस्था द्वारा जारी बयान में कहा गया है, ''शफीक मेंगल दाएश खुरासान का प्रमुख है। वह पिछले दो दशकों से सेना के मौन समर्थन से बलूच राजनीतिक कार्यकर्ताओं की लक्षित हत्याओं, जबरन गायब किए जाने जैसे जघन्य अपराधों में शामिल रहा है।''
(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ)
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