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    जाफर एक्सप्रेस हाईजैक: BLA ने खोली असीम मुनीर के झूठे दावों की पोल, वीडियो जारी कर दुनिया को दिखाया पाकिस्तान का ये 'सच'

    By Agency Edited By: Chandan Kumar
    Updated: Mon, 19 May 2025 07:47 PM (IST)

    बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन अपहरण के दो महीने बाद बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले का वीडियो जारी किया है। दर्रा-ए-बोलन 2.0 कोडनेम वाले इस ऑपरेशन में बीएलए ने 11 मार्च को ट्रैक उड़ाकर ट्रेन को हाईजैक किया। वीडियो में विद्रोहियों की योजना ट्रेनिंग और निकासी अभियान दिखाया गया है जिसमें महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित निकाला गया। बीएलए ने पाकिस्तानी सेना के दावों का खंडन किया है।

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    वीडियों में दिखाया गया है कि बीएलए ने कैसे 11 मार्च को हमला कर ट्रैक उड़ा दिया।

    एएनआई, बोलान पास। बलूचिस्तान में 450 यात्रियों से भरी ट्रेन जाफर एक्सप्रेस के अपहरण के दो महीने बाद बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले से संबंधित 35 मिनट का वीडियो जारी किया है। यह ऑपरेशन का पहला व्यापक ब्योरा है, जो पाकिस्तान के उन दावों का खंडन करता है कि बीएलए को उन्होंने गंभीर नुकसान पहुंचाया। साथ ही हमले के दौरान बीएलए के नियंत्रण को भी दर्शाता है।

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    ऑपरेशन का कोडनेम दर्रा-ए-बोलन 2.0 था। वीडियों में दिखाया गया है कि बीएलए ने कैसे 11 मार्च को हमला कर ट्रैक उड़ा दिया और पेशावर जाने वाली जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया। वीडियो में बलूच विद्रोहियों को ऑपरेशन की योजना बनाते, हमला करने से पहले ब्रीफिंग और ट्रेनिंग हासिल करते दिखाया गया है। ट्रेन हाईजैके के बाद 200 से अधिक पाकिस्तानी अधिकारियों को दो दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया था।

    पाकिस्तानी सेना के बयानों की खुली पोल

    फुटेज में बीएलए के लड़ाके ट्रेन में एक निकासी अभियान को अंजाम देते भी नजर आ रहे हैं। अहम बात यह है कि इसमें महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को अपहरण स्थल से सुरक्षित रूप से बाहर निकालते दिखाया गया है, जो पाकिस्तान सेना के बयानों के उलट है, जिसने घटना को बेहद क्रूर करार दिया था।

    पाकिस्तानी सेना ने दावा किया था कि 30 घंटे के ऑपरेशन के दौरान सभी 33 विद्रोही मारे गए, जबकि 23 सैनिक, तीन रेलकर्मी और पांच यात्री की भी मौत हो गई। हालांकि, बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने अपहरण के दौरान पकड़े गए सभी 214 पाकिस्तानी सैन्य बंधकों को मारने का दावा किया है।

    बीएलए की उठाना पड़ा था भारी नुकसान?

    पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने कहा था कि बीएलए को भारी नुकसान उठाना पड़ा। हालांकि समूह ने अपने फिदायीन यूनिट के नाम, फोटो और विदाई संदेश प्रदर्शित किए हैं, जो कम से कम हताहतों का संकेत देते हैं और उनके ऑपरेशन की सफलता को प्रदर्शित करते हैं।

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