अभी नहीं टला है कोरोना का खतरा, पूरी दुनिया को संक्रमण से लड़ने के लिए तय करनी होगी लंबी यात्रा- WHO
डबल्यूएचओ ने 73वें वर्ल्ड हेल्थ असेंबली की ओपनिंग के मौके पर कहा कि इस वायरस के प्रति अब भी अतिसंवदेनशील रहने होगा और इससे लड़ने के लिए लंबी यात्रा तय करनी होगी।
जिनेवा, आइएएनएस। दुनियाभर में कोरोना वायरस के कहर अभी बरकरार रहेगा। डबल्यूएचओ ने 73वें वर्ल्ड हेल्थ असेंबली की ओपनिंग के मौके पर कहा कि इस वायरस के प्रति अब भी अतिसंवदेनशील रहने होगा और इससे लड़ने के लिए लंबी यात्रा तय करनी होगी। डबल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम (Tedros Adhanom) ने कहा कि यह वायरस बेहद ही खतरनाक है। अलग-अलग रंग में यह वायरस सामने आ रहा है, जो बेहद ही तेज गति से फैल रहा है।
विश्व की बहुसंख्यक आबादी COVID-19 के प्रति संवेदनशील है और जोखिम का स्तर अधिक होने के कारण लंबी यात्रा करने के लिए सभी को तैयार करना चाहिए। दुनियाभर में कोरोना से 48 लाख के पास संक्रमितों का आंकड़ा पहुंच गया वहीं मरनेवालों की सख्या 3 लाख के पार पहुंच गई है।
टेड्रोस ने कहा कि यह वायरस स्वास्थ्य संकट से भी अधिक है, क्योंकि वैश्विक अर्थव्यवस्था इसके चलते अवसाद में है। इस वायरस की चपेट में अमीर, गरीब, बड़े और छोटे, सभी है। सभी देश इस वायरस से से पैदा हुई चुनौतियां का सामना कर रही हैं।
बता दें कि पूरी दुनिया मे फैले कोरोना वायरस पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है। कोविड-19 के प्रति अमेरिका-चीन के विवाद के बीच डब्ल्यूएचओ ने पहली बार ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आगाज किया।अमूमन यह सम्मेलन तीन सप्ताह का होता है, लेकिन इस बार सिर्फ दो दिन के लिए आयोजित किया जा रहा है।
गौरतलब है कि यह सम्मेलन कोविड-19 पर यूएस और चीन की बीच टकराव के बीच हो रहा है। इसस पहले अमेरिका साफ तौर पर दावा करता रहा है कि चीन की प्रयोगशाला से यह वायरस फैला वहीं चीन इस प्रकार के आरोपों को गलत बता चुका है। वहीं डब्लूएचओ पर भी चीन की कठपुतली होने का आरोप लगा चुका है। दुनिया 100 से ज्यादा देशों के दवाब के बाद डबल्यूएचओ,यूएस के आगे झुक चुका है। फिलहाल इस वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं मिल पाया है।
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