अमेरिकी टैरिफ से वैश्विक व्यापार में तीन प्रतिशत कमी आने की आशंका, लेकिन भारत को होगा लाभ; जानिए कैसे
अंतरराष्ट्रीय व्यापार केंद्र की कार्यकारी निदेशक पामेला कोक-हैमिल्टन ने शुक्रवार को जिनेवा में कहा कि व्यापार के तौर-तरीके और आर्थिक एकीकरण में दीर्घकालिक बदलावों के साथ वैश्विक व्यापार में तीन प्रतिशत की कमी आ सकती है। उदाहरण के लिए मेक्सिको से निर्यात अत्यधिक प्रभावित हुआ है। वहीं इससे कनाडा ब्राजील और कुछ हद तक भारत को लाभ हो रहा है।
पीटीआई, संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र की एक शीर्ष अर्थशास्त्री ने कहा है कि अमेरिका द्वारा लगाए गए शुल्क के कारण वैश्विक व्यापार में तीन प्रतिशत की कमी आ सकती है। इससे अमेरिका और चीन जैसे बाजारों से निर्यात घट सकता है और इसकी जगह भारत, कनाडा और ब्राजील जैसे देशों को लाभ हो सकता है।
संयुक्त राष्ट्र अर्थशास्त्री ने भारत को लेकर कही ये बात
अंतरराष्ट्रीय व्यापार केंद्र की कार्यकारी निदेशक पामेला कोक-हैमिल्टन ने शुक्रवार को जिनेवा में कहा कि व्यापार के तौर-तरीके और आर्थिक एकीकरण में दीर्घकालिक बदलावों के साथ वैश्विक व्यापार में तीन प्रतिशत की कमी आ सकती है।
उदाहरण के लिए मेक्सिको से निर्यात अत्यधिक प्रभावित हुआ है। अब यह अमेरिका, चीन, यूरोप और यहां तक कि अन्य लातिन अमेरिकी देशों जैसे बाजारों से स्थानांतरित हो रहा है। इससे कनाडा, ब्राजील और कुछ हद तक भारत को लाभ हो रहा है।
वियतनामी निर्यात अमेरिका, मेक्सिको और चीन से हट रहा
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार वियतनामी निर्यात अमेरिका, मेक्सिको और चीन से हट रहा है, जबकि पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका के बाजारों, यूरोपीय संघ, दक्षिण कोरिया और अन्य बाजारों की ओर काफी बढ़ रहा है।
विकासशील देशों के लिए परिधान का दिया उदाहरण
परिधान का उदाहरण देते हुए कोक-हैमिल्टन ने कहा कि विकासशील देशों के लिए आर्थिक गतिविधि और रोजगार के मामले में कपड़ा उद्योग शीर्ष पर है। अगर टैरिफ लागू होता है तो दुनिया के दूसरे सबसे बड़े परिधान निर्यातक बांग्लादेश को 37 प्रतिशत का जवाबी शुल्क झेलना पड़ेगा। इससे 2029 तक अमेरिका को होने वाले वार्षिक निर्यात में 3.3 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है।
स्मार्टफोन, लैपटाप को अमेरिका ने टैरिफ से बाहर किया
पारस्परिक टैरिफ को लेकर अमेरिका ने एक और यूटर्न लिया है। ट्रंप प्रशासन ने स्मार्टफोन, लैपटाप और कंप्यूटर समेत कई अन्य इलेक्ट्रानिक सामान को पारस्परिक टैरिफ से बाहर रखने की घोषणा की है। इस कदम से अमेरिका से बाहर बनने वाली लोकप्रिय उपभोक्ता इलेक्ट्रानिक वस्तुओं की कीमतें कम रखने में मदद मिलेगी।
अमेरिका बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रानिक वस्तुओं का चीन से आयात करता है
अमेरिका बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रानिक वस्तुओं का चीन से आयात करता है। अब ट्रंप प्रशासन के नए फैसले से चीन को इन उत्पादों पर 125 प्रतिशत के पारस्परिक शुल्क से छूट मिल गई है। हालांकि, पहले से जारी 20 प्रतिशत शुल्क लागू रहेगा। इस घोषणा से फौरी तौर पर एपल, सैमसंग और डेल जैसी बड़ी टेक कंपनियों और एनवीडिया जैसी चिप निर्माता कंपनी को भी लाभ होगा।
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