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    UN ने समुद्र के तापमान में हो रही वृद्धि को लेकर दी चेतावनी, बढ़ते जलस्तर को लेकर जारी किया SOS

    टोंगा में प्रशांत द्वीप समूह फोरम आयोजित (Pacific Islands Forum) किया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस इस फोरम में शामिल हुए हैं। इस मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए गुटेरेस ने एक रिपोर्ट के निष्कर्षों पर प्रकाश डाला। जिसमें दिखाया गया है कि दक्षिण-पश्चिम प्रशांत क्षेत्र समुद्र स्तर में वृद्धि से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।

    By Agency Edited By: Babli Kumari Updated: Tue, 27 Aug 2024 10:46 AM (IST)
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    संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (फाइल फोटो)

    रॉयटर्स, संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दुनिया के लोगों को समुद्र के बढ़ते तापमान को लेकर चेताया है। एंटोनियो गुटेरेस इस वक्त प्रशांत महासागर क्षेत्र में स्थित टोंगा में एक प्रशांत द्वीप समूह फोरम में भाग ले रखे हैं।

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    मंगलवार को गुटेरेस ने कहा कि प्रशांत द्वीप समूह में समुद्र का तापमान दुनिया भर की तुलना में तीन गुना तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यहां की आबादी बढ़ते समुद्री स्तर के प्रभाव से विशेष रूप से प्रभावित हो रही है।

    वृद्धि पिछले 30 वर्षों में वैश्विक औसत से दोगुने से भी अधिक

    UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान अहम रिपोर्ट पर भी प्रकाश डाला, जिसमें बताया गया कि दक्षिण-पश्चिम प्रशांत क्षेत्र समुद्र जलस्तर वृद्धि से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। कुछ स्थानों पर यह वृद्धि पिछले 30 वर्षों में वैश्विक औसत से दोगुने से भी अधिक है। 

    'SOS जारी करने के लिए टोंगा में हूं'

    गुटेरेस ने पत्रकारों कहा कि मैं समुद्र के बढ़ते जलस्तर पर एक वैश्विक एसओएएस (सेव अवर सीज यानी अपने समुद्रों को बचाओ) जारी करने के लिए टोंगा में हूं। उन्होंने आगे कहा, 'समुद्र का बढ़ता जलस्तर तूफान और तटीय बाढ़ की आवृत्ति और गंभीरता को बढ़ा रहे हैं। ये बाढ़ तटीय इलाकों के पास रहने वालों को निगल जाती है। मत्स्य पालन को बर्बाद कर देती है और फसलों को भी नुकसान पहुंचता है। इतना ही नहीं बल्कि ताजे पानी को दूषित कर देता है। यह सब घटनाएं प्रशांत द्वीप देशों को गंभीर खतरे में डालता है।'

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