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    बांध टूटने से पूर्वी सूडान में भीषण तबाही, 20 गांव नष्ट; अब तक 30 की मौत और सैकड़ों लापता

    पूर्वी सूडान में बाढ़ और बारिश ने आफत मचा रखी है। बांध टूटने से अब तक 30 लोगों की जान जा चुकी है। सैकड़ों लोगों की तलाश जारी है। अभी मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है। अभी करीब 200 लोग लापता हैं। बाढ़ की वजह से बिजली और पानी की पाइप लाइन को नुकसान पहुंचा है। करीब 50 हजार घर प्रभावित हैं।

    By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Tue, 27 Aug 2024 06:00 AM (IST)
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    पूर्वी सूडान में बांध टूटने से आई आफत। (फाइल फोटो)

    रॉयटर्स, अर्बाट (सूडान)। सूडान में बांध टूटने की वजह से भीषण तबाही आई है। मूसलाधार बारिश की वजह से टूटे बांध ने 20 गांवों को नष्ट कर दिया है। अभी तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक मरने वालों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। यह हादसा पूर्वी सूडान में हुआ है।

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    मूसलाधार बारिश की वजह से पोर्ट सूडान से 40 किमी दूर स्थित अर्बाट बांध टूट गया। इस वजह से राजधानी पोर्ट सूडान में लोगों के सामने नई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं।

    करीब 200 लोग लापता

    रेड सी स्टेट के जल प्राधिकरण के प्रमुख उमर ईसा हारून ने कर्मचारियों को भेजे गए व्हाट्सएप संदेश में कहा कि बिजली और पानी की पाइपें नष्ट हो गई हैं। 150 से 200 लोग लापता हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ में नष्ट हुए सोने के खनिकों के शव और उनके उपकरणों के टुकड़े देखे हैं। उन्होंने इस आपदा की तुलना पिछले साल सितंबर में पूर्वी लीबिया के शहर डर्ना में हुई तबाही से की।

    50 हजार घर प्रभावित

    संयुक्त राष्ट्र ने स्थानीय अधिकारियों के हवाले से बताया कि बाढ़ से लगभग 50,000 लोगों के घर प्रभावित हुए हैं। बता दें कि सूडान की सेना और अर्धसैनिक रैपिड फोर्सेज के बीच अप्रैल 2023 में युद्ध शुरू होने से पहले ही सूडान के बांध, सड़कें और पुल जर्जर हो चुके थे। तब से दोनों पक्षों ने अपने अधिकांश संसाधनों को संघर्ष में लगा दिया है। इससे बुनियादी ढांचा बुरी तरह उपेक्षित हो गया है।

    बाढ़ में 132 की मौत

    सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कुछ लोग पहाड़ में फंसे हैं। सोमवार को मौसम के टास्क फोर्स ने कहा कि देशभर में बाढ़ में 132 लोग मारे गए हैं, जबकि दो सप्ताह पहले यह संख्या 68 थी। संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के अनुसार इस साल बारिश के कारण 118,000 लोग विस्थापित हुए हैं।

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