बगैर फंडिंग बाधित हो जाएगा UN का ट्रांसपोर्ट सिस्टम
फंडिंग की मांग करते हुए UN ने कहा कि बगैर मदद के इसका ट्रांसपोर्ट सिस्टम प्रभावित हो जाएगा। UN फूड एजेंसी की ओर से फंडिंग की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
संयुक्त राष्ट्र, एपी। कोविड-19 के कारण फैली महामारी का सामना कर रही दुनिया के मद्देनजर संयुक्त राष्ट्र फूड एजेंसी ने गुरुवार को चेताया कि बिना फंडिंग इसका ग्लोबल ट्रांसपोर्ट सिस्टम प्रभावित हो जाएगा। यह हजारों टन मास्क, ग्लव्स व अन्य जरूरी उपकरणों की सप्लाई नहीं कर सकेगा यदि इसे फंडिंग के जरिए मदद नहीं मिली। संयुक्त राष्ट्र ने जल्द से जल्द सहायता की मांग करते हुए बताया कि जुलाई के तीसरे हफ्ते तक 132 देशों को दी जाने वाली मदद बंद कर दी जाएगी।
वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने शुक्रवार को चेताया कि ग्लोबल इमरजेंसी डिलीवरी सर्विस ने कोरोना वायरस के कारण जारी यात्रा प्रतिबंधों के बावजूद विभिन्न देशों में मानवीस सहायता पहुंचाना जारी रखा लेकिन अब अगले माह यह रुक जाएगा क्योंकि फंडिंग में कमी आ रही है। यह चेतावनी शुक्रवार को विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) की ओर से दी गई।
WFP ने बताया कि इस सेवा के लिए डिमांड चरम पर पहुंच गई है और इसलिए कमी सामने आई है। इस साल के शुरुआत में फंडिंग देने वाले देश महामारी के कारण परेशान हो गए। इमर्जेंसी डिलिवरी में करीब 120 देश के प्रयास शामिल हैं। कार्यक्रम के सीनियर डायरेक्टर आमेर दाउदी (Amer Daoudi) ने यह बात अप्रैल में एपी को बताई थी। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी (Johns Hopkins University) के अनुसार शुक्रवार को 8.5 मिलियन से अधिक संक्रमण के मामले सामने आए। देश की सरकारों द्वारा लागू यात्रा प्रतिबंध के कारण पूरी दुनिया में सीमाएं और एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया जिससे सप्लाई चेन और मानवीय वर्करों के साथ सप्लाइ भी रुक गई लेकिन इमरजेंसी डिलिवरी सर्विस हमेशा की तरह अपने कामों में जुटी रही। इस कार्यक्रम के तहत अब तक 375 कार्गो और पैसेंजर फ्लाइट भेजे जा चुके हैं।
संयुक्त राष्ट्र का विश्व खाद्य कार्यक्रम भुखमरी मिटाने और खाद्य सुरक्षा पर केंद्रित संयुक्त राष्ट्र एजेंसी है। विश्व भर में आपातस्थितियों में जरूरतमंदों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने का जिम्मा उठाती है जैसे गृह युद्ध और प्राकृतिक आपदाओं में।