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    फ्रूट सेलर, पिता आतंकवादी, बेटा का ISIS कनेक्शन... बाप-बेटे ने सिडनी हमले को कैसे दिया अंजाम?

    Updated: Mon, 15 Dec 2025 07:27 PM (IST)

    ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच पर हनुक्का फेस्टिवल के दौरान गोलीबारी में 15 लोग मारे गए। पुलिस ने इसे यहूदी समुदाय पर आतंकी हमला बताया है। हमलावर साजिद अकर ...और पढ़ें

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    साजिद अकरम के पास पिछले 10 साल से गन लाइसेंस था। वह कैटेगरी A/B फायरआर्म लाइसेंस धारक था।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के मशहूर बॉन्डी बीच पर रविवार शाम हनुक्का फेस्टिवल के जश्न के दौरान दो हमलावरों ने अंधाधुंध गोलीबारी की। इस हमले में कम से कम 15 लोग मारे गए और 40 से ज्यादा घायल हो गए।

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    पुलिस ने इसे यहूदी समुदाय को निशाना बनाकर किया गया एंटी-सेमिटिक आतंकी हमला करार दिया है। यह 1996 के पोर्ट आर्थर नरसंहार के बाद ऑस्ट्रेलिया का सबसे घातक मास शूटिंग है।

    पुलिस के अनुसार, हमलावर 50 साल के साजिद अकरम और उनके 24 साल के बेटे नवेद अकरम थे। साजिद को पुलिस की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई, जबकि नवेद गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल में पुलिस हिरासत में है। उसके खिलाफ जल्द ही आरोप लगाए जाएंगे।

    कौन था हमलावर?

    साजिद अकरम के पास पिछले 10 साल से गन लाइसेंस था। वह कैटेगरी A/B फायरआर्म लाइसेंस धारक था, इसमें लंबी राइफल और शॉटगन रखने की अनुमति थी। पुलिस ने बताया कि हमले में इस्तेमाल छह हथियार साजिद के नाम पर रजिस्टर्ड थे। साजिद फल की दुकान चलाते थे। नवेद ब्रिकलेयर का काम करता था, लेकिन हाल में बेरोजगार हो गया था।

    साजिद 1998 में स्टूडेंट वीजा पर ऑस्ट्रेलिया आए थे। बाद में उनका वीजा पार्टनर वीजा और फिर रेजिडेंट रिटर्न वीजा में बदल गया। नवेद ऑस्ट्रेलिया में ही पैदा हुआ नागरिक है। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने बताया कि नवेद को 2019 में ऑस्ट्रेलियन सिक्योरिटी इंटेलिजेंस ऑर्गनाइजेशन (ASIO) ने इस्लामिक स्टेट से जुड़े लोगों के संपर्क में होने के लिए जांचा था, लेकिन तब कोई हमले की योजना का सबूत नहीं मिला।

    कब और कैसे हुआ हमला?

    हमला शाम करीब साढ़े छह बजे शुरू हुआ। बॉन्डी बीच के पास आर्चर पार्क में चाबाड द्वारा आयोजित 'चानुका बाय द सी' इवेंट चल रहा था। करीब 1,000 लोग वहां जमा थे, जो हनुक्का के पहले दिन का जश्न मना रहे थे।

    गवाहों के मुताबिक, दो हमलावर फुटब्रिज से नीचे भीड़ पर गोलियां बरसा रहे थे। गोलीबारी करीब 10-11 मिनट तक चली। लोग जान बचाकर रेत पर और आसपास की सड़कों पर भागे। कई लोग पानी में भी छिपे थे।

    वीडियो फुटेज में ब्लैक कपड़ों में दो लोग लंबी बंदूकों से फायरिंग करते दिख रहे हैं। एक वीडियो में स्थानीय फल विक्रेता अहमद अल अहमद नाम के शख्स ने साजिद अकरम को पीछे से पकड़कर उसकी बंदूक छीन ली और जमीन पर रख दी। अहमद खुद घायल हो गए, लेकिन उन्हें 'हीरो' कहा जा रहा है। उनके लिए शुरू हुई फंडरेजिंग में लाखों डॉलर जमा हो चुके हैं।

    पीड़ितों की अब कैसी है हालत?

    मारे गए लोगों में 10 साल की एक बच्ची, होलोकॉस्ट सर्वाइवर, चाबाड के असिस्टेंट रब्बी एली श्लेंजर और कई अन्य शामिल हैं। रब्बी श्लेंजर इवेंट के मुख्य आयोजक थे। घायलों में कई की हालत गंभीर है। एक गवाह ने बताया कि गोलियां चलते देख बच्चे रो रहे थे और लोग जमीन पर गिर पड़े थे। यह दृश्य जिंदगी का सबसे भयानक पल था।

    प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने सोमवार सुबह बॉन्डी बीच जाकर फूल चढ़ाए और इसे 'राष्ट्र का काला दिन' बताया। उन्होंने कहा, यह शुद्ध बुराई का कृत्य था, एंटी-सेमिटिज्म और आतंकवाद का। हम यहूदी समुदाय के साथ हैं और एंटी-सेमिटिज्म को पूरी तरह खत्म करेंगे। अल्बानीज ने गन लॉज को और सख्त करने की बात कही।

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