सिडनी के बोंडी बीच पर हमला करने वाला शूटर भारतीय, 27 साल पहले छोड़ा हैदराबाद; पुलिस ने किया दावा
सिडनी के बोंडी बीच पर हुए हमले में एक संदिग्ध भारतीय नागरिक था। तेलंगाना पुलिस के अनुसार, हमलावर अकरम हैदराबाद का रहने वाला था और तीन दशक से ऑस्ट्रेलि ...और पढ़ें

ऑस्ट्रेलिया के अधिकारी हमलावर पिता-पुत्र का बैकग्राउंड चेक कर रहे हैं (फोटो: रॉयटर्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सिडनी के बोंडी बीच पर हुए हमले में 15 लोगों की जान चली गई थी। अब पुलिस ने खुलासा किया है कि हमले में शामिल दो संदिग्धों में से एक भारतीय नागरिक था। तेलंगाना पुलिस ने बताया कि बोंडी हमले पर हुए हमले में एक संदिग्ध अकरम को गोली मार दी गई थी।
पुलिस के मुताबिक, यह व्यक्ति मूल रूप से हैदराबाद का रहने वाला था और ऑस्ट्रेलिया में लगभग 3 दशक से रह रहा था। बावजूद इसके उसने अपनी भारत की नागरिकता बनाए रखी थी। इसकी पुष्टि तब हुई, जब ऑस्ट्रेलिया के अधिकारी हमलावर पिता-पुत्र का बैकग्राउंड चेक कर रहे थे।
गन कानून होंगे कड़े
हमले के बाद ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा कि उनकी कैबिनेट गन कानूनों को और कड़ा करने एवं एक नेशनल फायरआर्म्स रजिस्टर पर काम करने पर सहमत हो गई है, ताकि गन लाइसेंस से कितने हथियार रखने की इजाजत हो और उसकी वैधता की समयसीमा क्या हो, इन बातों से निपटा जा सके।
वहीं विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग से बात की और आतंकी हमले पर संवेदना व्यक्त करने के साथ ही आस्ट्रेलिया के प्रति पूर्ण समर्थन व्यक्त किया। पुलिस के मुताबिक साजिद के पास 2015 से गन लाइसेंस था, वह एक गन क्लब का सदस्य भी था और उसके पास छह पंजीकृत हथियार थे। गोलीबारी में इन्हीं लाइसेंसी हथियारों का ही इस्तेमाल किया गया।
सिडनी मार्निंग हेराल्ड का कहना है कि पिता-पुत्र ने नवंबर में फिलीपींस की यात्रा की थी, पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि वे वहां क्यों गए थे। शनिवार को पिता-पुत्र ने अपने परिवार को बताया था कि वे साउथ कोस्ट पर मछली पकड़ने जा रहे हैं। इसके बजाय उन्होंने कैम्पसी में एक कमरा किराये पर लिया था। पुलिस ने उनके इसी कमरे से दो राइफलें भी बरामद की हैं।

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