रूस का संदिग्ध शेडो फ्लीट टैंकर फ्रांस से रवाना, भारत के वाडिनार बंदरगाह जाना था
रूस के संदिग्ध शेडो फ्लीट का हिस्सा बोराके फ्रांस तट से रवाना हो गया है। साथ ही मरीनट्रैफिक के आंकड़ों के अनुसार यह स्पष्ट नहीं है कि शुक्रवार तड़के बिस्के की खाड़ी में दक्षिण-पश्चिम की ओर तेजी से बढ़ रहे इस जहाज को सप्ताहांत में फ्रांसीसी नौसेना के कमांडो द्वारा छापेमारी के बाद रवाना होने की अनुमति क्यों दी गई।

रॉयटर, पेरिस। रूस के संदिग्ध शेडो फ्लीट का हिस्सा बोराके फ्रांस तट से रवाना हो गया है। मरीनट्रैफिक के आंकड़ों के अनुसार, यह स्पष्ट नहीं है कि शुक्रवार तड़के बिस्के की खाड़ी में दक्षिण-पश्चिम की ओर तेजी से बढ़ रहे इस जहाज को सप्ताहांत में फ्रांसीसी नौसेना के कमांडो द्वारा छापेमारी के बाद रवाना होने की अनुमति क्यों दी गई।
न तो स्थानीय फ्रांसीसी समुद्री अधिकारियों ने और न ही अभियोजक कार्यालय ने टिप्पणी के अनुरोधों का जवाब दिया। अभियोजक कार्यालय बेनिन ध्वज वाले इस जहाज की राष्ट्रीयता की जांच कर रहा था।
पश्चिमी प्रतिबंधों से बचने के लिए रूस अपने तेल और गैस की ढुलाई के लिए पुराने जहाजों पर निर्भर हो रहा है। इन्हें शेडो फ्लीट के रूप में जाना जाता है।
रोके जाने से पहले बोराके को भारत के वाडिनार बंदरगाह पर जाना था, जहां नायरा एनर्जी रिफाइनरी स्थित है। यह पता नहीं चल सका है कि क्या यह उसी दिशा में जा रहा है।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गुरुवार को कहा कि तेल राजस्व प्रवाह से निपटने की यूरोपीय रणनीति के तहत जहाज को रोका गया था, जो यूक्रेन में रूस के युद्ध प्रयासों के लिए धन जुटाने में मदद करता है।
मैक्रों ने यह भी कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि यह जहाज पिछले सप्ताह डेनमार्क में ड्रोन घुसपैठ में शामिल था या नहीं, जिसके कारण बाल्टिक से उत्तरी सागर तक जाने वाले मार्ग के पास के डेनिश हवाई अड्डों को बंद कर दिया गया था।
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