सूडान के दारफुर में मस्जिद पर ड्रोन हमला, नमाज पढ़ रहे 43 लोगों की मौत
सूडान में अर्धसैनिक समूह ने उत्तरी दारफुर की राजधानी अल फशर शहर में एक मस्जिद के अंदर नमाज पढ़ रहे 43 नागरिकों की हत्या कर दी। ड्रोन हमले में बच्चे और बुजुर्ग मारे गए। सेना और आरएसएफ के बीच संघर्ष गृह युद्ध में बदल गया है जिसमें 40000 से अधिक लोग मारे गए हैं। एल फशर में लड़ाई का केंद्र सेना का गढ़ है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सूडानी अर्धसैनिक समूह ने उत्तरी दारफुर की राजधानी अल फशर शहर में शुक्रवार तड़के मस्जिद के अंदर नमाज पढ़ कर रहे 43 नागरिकों की कथित तौर पर हत्या कर दी। सूडान डॉक्टर्स नेटवर्क ने शुक्रवार को एक्स पर कहा कि रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) द्वारा किए गए ड्रोन हमले में बुजुर्ग और बच्चे मुस्लिम श्रद्धालु मारे गए।
गौरतलब है कि सूडान में सेना और अर्धसैनिक बल आरएसएफ के बीच छिड़ा संघर्ष गृह युद्ध में तब्दील हो चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार इस संघर्ष में जिसमें कम से कम 40 हजार लोग मारे गए हैं।
गृहयुद्ध में बदली सेना और आरएसएफ की लड़ाई
सेना और आरएसएफ के बीच लड़ाई अप्रैल 2023 में बढ़ गई, जो एक गृहयुद्ध में बदल गई, जिसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कम से कम 40,000 लोग मारे गए, 12 मिलियन से अधिक लोग विस्थापित हुए और कई लोग अकाल के कगार पर पहुंच गए। एल फशर दोनों के बीच एक साल से अधिक समय से लड़ाई का केंद्र रहा है और दारफुर क्षेत्र में सेना का अंतिम गढ़ है।
एनजीओ के एक बयान के अनुसार, गुरुवार को भीषण लड़ाई शहर के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों में केंद्रित थी, जहां निवासियों ने दारफुर पीड़ित सहायता संगठन, जो नागरिकों के खिलाफ दुर्व्यवहारों की निगरानी करता है, को बताया कि उन्होंने तेज विस्फोट सुने और ड्रोन का इस्तेमाल होते देखा।
एल फशर स्थित प्रतिरोध समिति ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि आरएसएफ ने शहर के विस्थापन आश्रयों में महिलाओं और वृद्धों सहित कई निहत्थे नागरिकों को निशाना बनाया। समूह ने बुधवार को यह भी कहा कि आरएसएफ द्वारा भारी तोपखाने से लगातार रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया गया।
(समाचार एजेंसी एपी के इनपुट के साथ)
यह भी पढ़ें- हम सूडान युद्ध को रोकने में रहे विफल, सत्ता पर नियंत्रण की लड़ाई ने ले ली सैकड़ों जान : संयुक्त राष्ट्र प्रमुख
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।