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    'मेरे पिता और शहीदों का हुआ अपमान', बांग्लादेश छोड़ने के बाद शेख हसीना का आया पहला बयान

    By Agency Edited By: Nidhi Avinash
    Updated: Tue, 13 Aug 2024 09:06 PM (IST)

    Sheikh Hasina बांग्लादेश छोड़ने के 9 दिन बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का पहली बार बयान आया है। शेख हसीना के बेटे सजीब जावेद ने अपनी मां का बयान सोशल मीडिया एक्स पर जारी किया है। शेख हसीना ने बांग्लादेश के लोगों से 15 अगस्त को राष्ट्रीय शोक दिवस को पूरी गरिमा और गंभीरता के साथ मनाने की अपील की है।

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    बांग्लादेश छोड़ने के बाद पहली बार आया शेख हसीना का बयान (Image: ANI)

    ढाका, एजेंसी। Sheikh Hasina Statement: बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश छोड़ने के बाद पहली बार बयान जारी किया है। शेख हसीना के बेटे साजिब वाजेद जॉय ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर शेख हसीना की ओर से यह बयान जारी किया।

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    क्या है बयान में? 

    शेख हसीना ने अपने बयान में कहा कि '...मैं आपसे अपील करती हूं कि 15 अगस्त को राष्ट्रीय शोक दिवस को पूरी गरिमा और गंभीरता के साथ मनाएं। बंगबंधु भवन में पुष्प माला चढ़ाकर और प्रार्थना करके सभी आत्माओं की मुक्ति के लिए प्रार्थना करें।'

    'मेरे पूरे परिवार की कर दी थी हत्या'

    शेख हसीना ने अपने बयान में लिखा, '15 अगस्त 1975 को बांग्लादेश के राष्ट्रपति बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की निर्मम हत्या कर दी गई थी। मैं उनके प्रति गहरा सम्मान रखती हूं। उसी समय मेरी मां बेगम फाजिलतुन्नेस्सा, मेरे तीन भाई स्वतंत्रता सेनानी कैप्टन शेख कमाल, स्वतंत्रता सेनानी लेफ्टिनेंट शेख जमाल, कमाल और जमाल की नवविवाहिता दुल्हन सुल्ताना कमाल और रोजी जमाल, मेरा छोटा भाई जो सिर्फ 10 साल का था (शेख रसेल) की निर्मम हत्या कर दी।

    मेरे इकलौते चाचा स्वतंत्रता सेनानी लकवाग्रस्त शेख नासिर, राष्ट्रपति के सैन्य सचिव ब्रिगेडियर जमील उद्दीन, पुलिस अधिकारी सिद्दीकुर रहमान की निर्मम हत्या कर दी गई। स्वतंत्रता सेनानी शेख फजलुल हक मोनी और उनकी गर्भवती पत्नी आरजू मोनी को नमन, कृषि मंत्री स्वतंत्रता सेनानी अब्दुर रब सरनियाबाद, उनके 10 वर्षीय बेटे आरिफ 13 वर्षीय बेटी बेबी, 4 वर्षीय पोते सुकांत, भाई के बेटे स्वतंत्रता सेनानी पत्रकार शहीद सरनियाबाद, भतीजे रेंटू और कई अन्य लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। 15 अगस्त को शहीद हुए सभी लोगों की आत्मा को शांति मिले और शहीदों को मेरी श्रद्धांजलि।'

    'दोषियों की पहचान करके उन्हें सजा दी जाए'

    हसीना ने कहा कि 'पिछले जुलाई से लेकर अब तक आंदोलन के नाम पर हुई तोड़फोड़, आगजनी और हिंसा में कई लोगों की जान जा चुकी है। मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करती हूं। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जो मेरे जैसे अपने प्रियजन को खोने के दर्द के साथ जी रहे हैं। मैं मांग करती हूं कि इन हत्याओं और तोड़फोड़ में शामिल लोगों की उचित जांच की जाए और दोषियों की पहचान करके उन्हें सजा दी जाए।'

    मेरे पिता का हुआ अपमान

    शेख हसीना ने आगे कहा कि 'शेख मुजीबुर रहमान, जिनके नेतृत्व में हमने एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में आत्मसम्मान प्राप्त किया, आत्म-पहचान पाई और एक स्वतंत्र देश पाया, उनका घोर अपमान किया गया है। मैं देशवासियों से न्याय चाहती हूं।'

    हत्या के आरोप में चलेगा मुकदमा

    बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनकी कैबिनेट में मंत्री रहे दो वरिष्ठ मंत्रियों और एक बर्खास्त पुलिस प्रमुख समेत छह अन्य के खिलाफ हत्या के आरोप में मुकदमा चलेगा। अदालत के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

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