शिनजियांग निवासी उइगरों के अधिकारों का हनन कर रहा है चीन - UN रिपोर्ट
चीन के शिनजियांग में रहने वाले उइगर व अन्य मुस्लिम समुदायों के मूल अधिकारों का हनन हो रहा है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त ने चीन पर आरोप लगाया। मई में UN मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बैचलेट ने चीन का दौरा किया था इसके बाद OHCHR का यह रिपोर्ट आया है।
बीजिंग, एजेंसी। चीन के शिनजियांग में रहने वाले उइगर व अन्य मुस्लिम समुदायों के मूल अधिकारों का हनन हो रहा है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त (OHCHR) ने बुधवार को चीन पर आरोप लगाया। मई में UN मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बैचलेट ने चीन का दौरा किया था इसके बाद OHCHR का यह रिपोर्ट आया है।
मुस्लिम अल्पसंख्यकों पर अत्याचार कर रहा है चीन, रिपोर्ट का दावा
मानवाधिकार के इस रिपोर्ट के अनुसार आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर चीन उइगरों व अन्य मुस्लिम समुदायों पर अत्याचार कर रहा है। यहां तक कि शिनजियांग में मुस्लिम महिलाओं के साथ दुष्कर्म और पुरुषों की जबरन नसबंदी की जा रही है। संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार आयुक्त मिशेल बैचलेट ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन 31 अगस्त को चीन में मानवाधिकारों को लेकर बहुप्रतीक्षित रिपोर्ट जारी कर दी। हालांकि, चीन ने इसमें किए गए दावों को खारिज किया है।
48 पेज की है ये रिपोर्ट
चीन के शिनजियांग प्रांत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों को लेकर संयुक्त राष्ट्र की 48 पेज वाली रिपोर्ट में इनके लापता होने का भी जिक्र है। साथ ही उइगर और अन्य प्रमुख मुस्लिम समुदाय के सदस्यों की हिरासत में स्थिति काफी खराब है। इनके व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से प्राप्त मौलिक अधिकारों का हनन मानवता के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध है। रिपोर्ट में शिनजियांग प्रांत में गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन के अलावा चीनी सरकार से प्रशिक्षण केंद्रों और जेलों में बंद सभी उइगर मुस्लिमों को रिहा करने के लिए तत्काल कदम उठाने की सिफारिश की गई है।
बुधवार को इस रिपोर्ट को जारी करते हुए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने कहा कि चीन के शिनजियांग क्षेत्र में उइगरों और अन्य मुसलमानों के खिलाफ चीन की 'मनमाना और भेदभावपूर्ण डिटेंशन' मानवता के खिलाफ अपराध हो सकता है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाचेलेट ये रिपोर्ट जारी की है। बता दें कि बुधवार को ही उनका चार साल का कार्यकाल समाप्त हो गया। कार्यकाल समाप्त होने से कुछ मिनट पहले ही उन्होंने चीन के खिलाफ रिपोर्ट जारी की है।