पाकिस्तान से बांग्लादेश पहुंचे जहाज ने क्यों बढ़ाई भारत की टेंशन, इसमें क्या है लोड, इतनी चर्चा क्यों?
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच व्यापारिक रिश्ते मजबूत होने लगे हैं। 1971 के बाद दूसरी बार पाकिस्तान से मालवाहक जहाज बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह पहुंच चुका है। बांग्लादेश और पाकिस्तान की नजदीकी ने भारत की टेंशन बढ़ा दी है। पाकिस्तान अपने नापाक मंसूबों में बांग्लादेश का इस्तेमाल कर सकता है। वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई भी नई साजिश रच सकती है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने हाल ही में मिस्र की राजधानी काहिरा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने व्यापारिक संबंधों को मजबूत बनाने पर जोर दिया।
अब बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत होते दिख रहे हैं। 21 दिसंबर को पाकिस्तान के कराची से दूसरा मालवाहक जहाज बांग्लादेश के चटगांव पहुंचा। इस जहाज का नाम एमवी युआन जियांग फा झान हैं।
ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक यह मालवाहक जहाज कराची से दुबई और उसके बाद चटगांव पहुंचा है। इस जहाज का संचालन दुबई की फीडर लाइन्स डीएमसीसी करती है। वहीं बांग्लादेश में इस जहाज के एजेंट के तौर पर रीजेंसी लाइन्स लिमिटेड काम करती है। जहाज पर 997 कंटेनर लदे हैं। इनमें से 780 कंटेनर को चटगांव बंदरगाह पर उतारा जाएगा। अकेले कराची से 678 कंटेनर को लोड किया गया है।
जहाज पर क्या है लदा?
पाकिस्तान से आने वाले इस दूसरे जहाज पर चीनी, सोडा ऐश, डेनिम कपड़े, यार्न, सूखी मछली, यूपीएस, आलू और रेडिएटर कोर समेत अन्य सामान लोड है। द इकोनॉमिस्ट टाइम्स के मुताबिक बांग्लादेश के व्यापारियों को पाकिस्तान से सामान आयात करने को मजबूर किया जा रहा है।
11 नवंबर को पहुंचा था पहला जहाज
इससे पहले 11 नवंबर को एक जहाज पहली बार पाकिस्तान से माल लेकर बांग्लादेश पहुंचा था। इसमें कुल 370 कंटेनर थे, जिनमें से 328 को चटगांव बंदरगाह पर उतारा गया था। इस खेप में कपड़ा, प्याज, आलू, कार के पुर्जे, चूना पत्थर, सोडा ऐश, मैग्नीशियम कार्बोनेट और डोलोमाइट जैसा सामान लदा था।
भारत की बढ़ी टेंशन
पाकिस्तान के साथ बांग्लादेश की नजदीकी ने भारत की टेंशन बढ़ा दी है। शेख हसीना के कार्यकाल में पाकिस्तान के साथ बांग्लादेश के संबंध नहीं थे। मगर मोहम्मद यूनुस पाकिस्तान से रिश्ते सुधारने के पक्षधर हैं। यही वजह है कि वे दो बार शहबाज शरीफ से भी मिल चुके हैं। भारत समर्थक शेख हसीना ने पाकिस्तान से आने वाले जहाजों की जांच को अनिवार्य किया था। मगर यूनुस की सरकार ने इस नियम को हटा लिया है। अब पाकिस्तान के जहाज बिना रोक-टोककर चटगांव पहुंचेंगे।
2004 में चटगांव बंदरगाह पर 1500 बक्से जब्त किए गए थे। इनमें गोला-बारूद था। जांच में सामने आया था कि इस खेप के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई थी। कथित रूप से यह खेप प्रतिबंधित संगठन उल्फा तक पहुंचाई जानी थी। अब भारत के सामने यही चिंता है कि पाकिस्तान बांग्लादेश में कट्टरपंथ को बढ़ावा देकर भारत को निशाना बना सकता है।
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