Iranian Drone in Ukraine War: रूसी सेना के किस ईरानी ड्रोन से यूक्रेन में मचाई तबाही, जानें इसकी खासियत
Iranian Drone in Ukraine War रूस ने यूक्रेन पर हमलों के लिए शाहीद-156 ड्रोन का भी इस्तेमाल किया है। शाहीद ड्रोन को ईरान का सबसे खतरनाक हथियार माना जाता है। यूक्रेन जंग में अपनी पकड़ मजबूत बनाने के मकसद से रूसी सेना ईरानी ड्रोन से हमले कर रही है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Iranian Drone in Ukraine War: यूक्रेन जंग के दौरान एक बार फिर ईरान के आत्मघाती ड्रोन की चर्चा जोरों पर है। क्रीमिया में बने ब्रिज पर हुए हमले के बाद रूस के तेवर काफी सख्त हो गए हैं। ब्रिज पर हमले के बाद रूस ने अपने खतरनाक हथियारों से यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमला बोल दिया है। खास बात यह है कि रूस ने इस हमले में ईरानी शाहीद-156 ड्रोन का इस्तेमाल किया है। यह ड्रोन इन दिनों सुर्खियों में है। इतना ही नहीं यूक्रेनी सेना ने भी इस ड्रोन का जिक्र किया है।
1- ईरानी ड्रोन काफी खतरनाक हैं। रूस ने यूक्रेन पर हमलों के लिए शाहीद-156 ड्रोन का भी इस्तेमाल किया है। शाहीद ड्रोन को ईरान का सबसे खतरनाक हथियार माना जाता है। यूक्रेन जंग में अपनी पकड़ मजबूत बनाने के मकसद से रूसी सेना ईरानी ड्रोन से हमले कर रही है। इस ईरानी ड्रोन को सुसाइड ड्रोन भी कहा जाता है। इसकी मारक क्षमता से दुश्मन सेना की रूह कांप जाती है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह ड्रोन निर्देश मिलते ही अपने लक्ष्य के करीब पहुच जाता है। यह अपनी पूरी क्षमता से अपने लक्ष्य को निशाना बनाता है।
2- इस ड्रोन का निर्माण ईरान की एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी ने किया है। वर्ष 2021 से इस ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसका वजन दो सौ किलोग्राम है। इस ड्रोन की रेंज 2500 किलोमीटर है। ईरानी ड्रोन शाहीद-136 का निशाना अचूक है। यानी यह ड्रोन अपने टारगेट से कभी नहीं भटकता। टारगेट लाक किए जाने के बाद यह दुश्मन पर कहर बनकर टूटता है। यह कहा जा रहा है कि यूक्रेनी सेना के पास अभी इस ईरानी ड्रोन की कोई काट नहीं है। शाहीद ड्रोन दुश्मन सेना को चकमा देने में माहिर है। यह बहुत ऊंचाई से नहीं उड़ता है। उड़ान के वक्त इसमें अत्यधिक शोर होता है। इस शोर को काफी दूर से सुना जा सकता है।
3- रक्षा मामलों के जानकार डा अभिषेक सिंह का कहना है कि रूस के पास शक्तिशाली तोप है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन जंग में जहां तोपें काम नहीं आ रही हैं, वहां रूस, ईरानी ड्रोन का सहारा ले रहा है। इन ईरानी ड्रोनों को रूसी सेना ने अपने सैन्य रंग में पेंट किया है। युद्ध के दौरान रूस ने बड़े पैमाने पर शाहीद ड्रोन का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन जंग में शाहीद-136 का प्रयोग एक बड़े प्रभाव के लिए किया जा रहा है। इसके जरिए रूस, यूक्रेनी रडार सिस्टम को निशाना बना रहा है। दूसरे, रूस इससे यूक्रेनी तोपों को निशाना बना रहा है।
रूसी सेना ने शाहीद ड्रोन का इस्तेमाल किया
गौरतलब है कि यूक्रेन की राजधानी कीव पर सोमवार को रूसी सेना ने मिसाइलों से हमला किया था। क्रीमिया और रूस को जोड़ने वाले ब्रिज पर विस्फोट के बाद रूसी सेना काफी आक्रामक हो गई है। आठ महीने बाद रूसी सेना ने पहली बार मिसाइलों की बारिश की है। रूस ने राजधानी कीव के सार्वजनिक स्थलों को निशाना बनाया है। रूसी सेना के हमले के चलते यूक्रेन के कई हिस्सों में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है। यह कहा जा रहा है कि रूसी सेना ने कीव पर जो हमला किया हैं उसमें ईरान के सबसे खतरनाक ड्रोन शाहीद-136 का प्रयोग किया है। कीव के रीजनल गर्वनर ओलेक्सी कुलेबा ने इस बात की पुष्टि की है।
मिसाइल वार तक पहुंचा यूक्रेन युद्ध
गौरतलब है कि यूक्रेन जंग तोपों से शुरू होकर मिसाइल वार तक पहुंच गई है। यूक्रेन में सोमवार को हुए हमलों से पूरा यूक्रेन दहल गया। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि रूस की लंबी दूरी की मिसाइलों ने यूक्रेन के ऊर्जा, सैन्य और संचार सुविधाओं को निशाना बनाया है। यूक्रेन के सेना प्रमुख जनरल वलेरी ने ट्वीट करके बताया कि रूसी सेना ने अब तक 83 मिसाइलें दागी हैं। इसमें 43 मिसाइलों को एयर डिफेंस सिस्टम के जरिए निष्क्रिय कर दिया गया है। रूस की इस्कंदर मिसाइल ने यूक्रेन में भारी तबाही मचाई है। इस मिसाइल को वर्ष 2006 में रूसी सेना में शामिल किया गया था।
इस्कंदर मिसाइल 480 से 700 किलोग्राम तक परमाणु और गैर परमाणु वारहेड ले जाने में सक्षम है। इस मिसाइल की गति 5.9 मैक है। इसकी क्षमता से अमेरिका भी हैरान है। यह मिसाइल पारंपरिक वारहेड के साथ न्यूक्लियर वारहेड को भी ले जाने में सक्षम है। रूस ने इस्कंदर मिसाइल के लांचिंग का विडियो जारी कर दुनिया को अपनी सैन्य ताकत का अहसास कराया था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।