स्विट्जरलैंड पहुंचे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, बोले- मेड-इन-इंडिया उत्पादों में बढ़ रही दुनिया की रुचि
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार रात दावोस पहुंचकर ज्यूरिख में स्विस फेडरल रेलवे प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। उन्होंने स्विट्जरलैंड में कई कार्यक्रमों में भाग लिया। वह वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 2025 में भी शामिल होंगे। इसके पहले उन्होंने स्विट्जरलैंड के माग्रेथेन में स्टैडलर रेल के रेल कोच निर्माण संयंत्र का भी दौरा किया। स्टैडलर रेल संयंत्र डबल-डेकर ट्रेनें बनाती है।

दावोस, पीटीआई। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दावोस में चल रहे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 2025 के लिए रवाना होने से पहले बुधवार को स्विट्जरलैंड में कई कार्यक्रमों में भाग लिया।
चर्चाओं में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने और रेलवे क्षेत्र में नवीन तकनीकों को अपनाने के लिए उन्होंने भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हमारे मेड-इन-इंडिया उत्पादों के लिए दुनिया भर में रुचि बढ़ रही है।
पीएम मोदी का बताया विजन
उन्होंने यह भी कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की विशाल क्षमता का दोहन किया जाना चाहिए और साथ ही सामाजिक मुद्दों पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
Visited rail coach manufacturing plant of Stadler Rail.
📍St. Margrethen, Switzerland🇨🇭 pic.twitter.com/c6vvRPiZ9h
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) January 21, 2025
अश्विनी वैष्णव ने दावोस में भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा हमें अपने प्रयासों को वैश्विक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए हमारा मार्गदर्शन किया है। यह यात्रा भी इसी दिशा में है। हमारे मेड-इन-इंडिया उत्पादों के लिए दुनिया भर में बहुत रुचि है।
विश्व को दिया आश्वासन
उन्होंने विश्व के नेताओं को आश्वासन दिया कि भारत सतत और समावेशी विकास के प्रति दृढ़-प्रतिज्ञ है। अपनी विभिन्न बैठकों में उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि वैश्विक स्तर पर सर्वोत्तम प्रौद्योगिकी को अपनाने के लिए भारत के सक्रिय दृष्टिकोण की भी दुनिया में सराहना हो रही है।
मंगलवार रात दावोस पहुंचने पर उन्होंने ज्यूरिख में स्विस फेडरल रेलवे प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और सुरक्षा प्रौद्योगिकियों और रखरखाव प्रणालियों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने स्विट्जरलैंड के माग्रेथेन में स्टैडलर रेल के रेल कोच निर्माण संयंत्र का भी दौरा किया।
डबल-डेकर ट्रेनें बनाती है स्टैडलर
- स्टैडलर रेल संयंत्र डबल-डेकर ट्रेनें बनाती है। उन्होंने स्विस विशेषज्ञों के साथ मिलकर अत्याधुनिक तकनीकों को समझने की कोशिश की, जो भारतीय रेलवे प्रणाली में परिचालन दक्षता और सुरक्षा को बढ़ा सकती हैं।
- केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री मंत्री जयंत चौधरी ने कहा कि चार देशों के यूरोपीय ब्लॉक के साथ एक नए व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौते से भारत में 100 अरब डॉलर का निवेश आएगा और 10 लाख नौकरियां पैदा होंगी।
- उन्होंने बताया कि भारतीय प्रतिभा ने वैश्विक स्तर पर अपनी क्षमता साबित की है और वैश्विक कंपनियों द्वारा की गई प्रतिबद्धताएं भारतीय युवाओं के कौशल में उनके भरोसे को दर्शाती हैं। भारत सरकार ने पूंजी निर्माण, बुनियादी ढांचे के निर्माण और निवेश लाने पर बहुत कुछ किया है और इसके परिणाम हर जगह दिखाई दे रहे हैं, चाहे वह बंदरगाह हों, रेलवे या सड़क नेटवर्क हों।
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