ChatGPT पर झूठी जानकारी फैलाने का इल्ज़ाम, नॉर्वे के शख्स की छवि को नुकसान पहुंचाने का आरोप
ओपनएआई के चैटजीपीटी पर झूठी जानकारी फैलाने का गंभीर आरोप लगा है। गोपनीयता संगठन नोयब ने शिकायत दर्ज कराई है कि चैटबॉट ने नॉर्वे के अर्वे हजलमर होल्मेन को बच्चों की हत्या का दोषी बताकर उनकी छवि धूमिल की। इस गलत जानकारी से होल्मेन को मानसिक आघात पहुंचा। नोयब ने ओपनएआई पर कार्रवाई की मांग की है। कंपनी की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
एजेंसी, वियना। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में ओपनएआई का चैटजीपीटी अपनी लोकप्रियता के साथ-साथ विवादों में भी घिरता जा रहा है। गोपनीयता की सुरक्षा के लिए काम करने वाले एक संगठन ने ओपनएआई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आरोप है कि चैटजीपीटी ने नॉर्वे के एक व्यक्ति के बारे में मनगढ़ंत और झूठी कहानी बना दी।
वियना स्थित गोपनीयता अभियान समूह 'नोयब' ने गुरुवार को जारी बयान में बताया कि चैटजीपीटी ने नॉर्वे के अर्वे हजलमर होल्मेन को एक अपराधी के रूप में पेश किया, जो अपने ही बच्चों की हत्या में दोषी था। इस झूठी कहानी में उनके निजी जीवन के वास्तविक तथ्यों को भी शामिल किया गया, जिससे यह और अधिक भयावह हो गया।
नोयब का कहना है कि यह कोई पहला मामला नहीं है। चैटजीपीटी पर पहले भी ऐसे आरोप लगे हैं कि वह गलत जानकारी देता है, जिससे लोगों की छवि धूमिल हो सकती है। संगठन ने इस बात पर जोर दिया कि ओपनएआई के पास अपने सिस्टम से इस तरह की गलत जानकारियों को सुधारने का कोई उचित तरीका नहीं है।
नॉर्वेजियन नागरिक को मिली मनगढ़ंत पहचान
जब हजलमर होल्मेन ने यह जानना चाहा कि चैटजीपीटी उनके बारे में क्या जानकारी रखता है, तो उन्हें एक चौंकाने वाली बात पता चली। चैटबॉट ने उन्हें एक सजायाफ्ता अपराधी के रूप में दिखाया, जिसने अपने दो बच्चों की हत्या कर दी और तीसरे की हत्या का प्रयास किया।
इस गलत जानकारी से हजलमर होल्मेन को गहरी चिंता हुई। उन्होंने कहा, "कुछ लोग मानते हैं कि बिना आग के धुआं नहीं उठता। यह विचार कि कोई इस झूठ को पढ़कर इसे सच मान सकता है, यही सबसे डरावनी बात है।"
ओपनएआई पर कार्रवाई की मांग
नोयब ने नॉर्वेजियन डेटा प्रोटेक्शन अथॉरिटी (डेटाटिल्सिनेट) के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें ओपनएआई को गलत जानकारी को सुधारने और ऐसे झूठे आउटपुट को सिस्टम से पूरी तरह हटाने का आदेश देने की मांग की गई है। इसके अलावा, समूह चाहता है कि ओपनएआई पर इस लापरवाही के लिए जुर्माना भी लगाया जाए।
नोयब के डेटा संरक्षण वकील जोआकिम सोएडरबर्ग का कहना है कि यूरोपीय संघ के कानूनों के तहत, किसी भी व्यक्ति की निजी जानकारी सटीक होनी चाहिए। यदि जानकारी गलत पाई जाती है, तो व्यक्ति को इसे सही करवाने का पूरा अधिकार है। उन्होंने यह भी कहा कि चैटजीपीटी पर दिखने वाला यह छोटा-सा अस्वीकरण कि "चैटबॉट गलतियां कर सकता है" पर्याप्त नहीं है।
सुधार के बावजूद डेटा में अब भी गलतियां
नोयब ने बताया कि हाल ही में आए अपडेट के बाद चैटजीपीटी अब इंटरनेट पर भी खोज करता है और अब हजलमर होल्मेन को हत्यारा नहीं बताता। लेकिन संगठन का कहना है कि गलत जानकारी अब भी सिस्टम में मौजूद है, जिससे यह खतरा बना हुआ है कि कोई और व्यक्ति भी ऐसे झूठे दावों का शिकार हो सकता है।
ओपनएआई की तरफ से इस पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। गौरतलब है कि इससे पहले भी नोयब ने ऑस्ट्रिया में चैटजीपीटी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें दावा किया गया था कि एआई टूल अक्सर गलत जानकारियां बना देता है और ओपनएआई के पास इसे सुधारने का कोई ठोस तरीका नहीं है।
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