अब South Korea ने दी धमकी यदि सैन्य कार्रवाई हुई तो अंजाम भुगतेगा North Korea
मंगलवार को संयुक्त कार्यालय को बम से उड़ाए जाने के बाद बुधवार को साउथ कोरिया ने कहा कि यदि सैन्य कार्रवाई हुई तो नॉर्थ कोरिया को उसका अंजाम भुगतना होगा।
सोल, आईएएनएस। नॉर्थ कोरिया ने अब साउथ कोरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने की धमकी दे डाली है। नॉर्थ कोरिया की इस धमकी के बाद अब साउथ कोरिया ने कहा है कि यदि नॉर्थ कोरिया सैन्य कार्रवाई करता है तो उसे नतीजा भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए।
आईएएनएस के अनुसार योंगहाप समाचार एजेंसी के अनुसार मंगलवार को दोनों देशों के बीच बनाए गए संयुक्त कैंप कार्यालय को मंगलवार को नॉर्थ कोरिया ने विस्फोट से उड़ा दिया था, उसके बाद धमकी दी की अब साउथ कोरिया को सैन्य कार्रवाई के लिए तैयार रहना चाहिए, इस तरह की धमकी मिलने के बाद दोनों देशों के नेताओं ने केसोंग और माउंट कुमगांग पर्यटन क्षेत्र के एक अंतर-कोरियाई औद्योगिक पार्क में अपने-अपने बयान दर्ज कराए थे।
कैंप कार्यालय को बम विस्फोट से उड़ाए जाने के बाद साउथ कोरिया ने कहा था कि नॉर्थ कोरिया को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। साउथ कोरिया ने भी हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयारी कर रखी है। उधर नॉर्थ कोरिया ने कहा कि दोनों देशों को अलग करने वाले डिमिलिटरीकृत जोन से हटाए गए गार्ड पदों को बहाल करेगा और अंतर-कोरियाई सीमा के पास सभी प्रकार के नियमित सैन्य अभ्यास फिर से शुरू करेगा।
दरअसल नॉर्थ और कोरिया के बीच साल 2018 में एक समझौता हुआ था कि वो दोनों आपस में सैन्य कार्रवाई नहीं करेंगे, सीमा पर गोलीबारी नहीं होगी, इसके लिए एक संयुक्त कैंप कार्यालय भी बनाया गया था, इसके जरिए दोनों देश रोज बात करते थे मगर कुछ दिन पहले ये बातचीत बंद हो गई और मंगलवार को नॉर्थ कोरिया ने इस कार्यालय को बम से उड़ा दिया। इसके बाद सैन्य कार्रवाई किए जाने की धमकी भी दी।
संयुक्त प्रमुख स्टाफ के संचालन के निदेशक जियोन डोंग-जिन ने कहा कि यदि दोनों देशों के बीच युद्ध के हालात बने तो कोरियाई प्रायद्वीप में अंतर-कोरियाई संबंधों में सुधार और शांति को कायम रखने के दो दशकों का प्रयास विफल हो जाएगा। यदि नॉर्थ कोरिया सैन्य कार्रवाई करता है तो या ऐसा कोई कदम उठाता है तो वह निश्चित रूप से इसके लिए कीमत चुकाएगा।
नॉर्थ कोरियाई नेता किम जोंग-उन की बहन किम यो- जोंग ने यहां कार्यकर्ताओं द्वारा सीमा पार भेजे गए एंटी-प्योंगयांग पत्रों पर गुस्से का इजहार किया था। उन्होंने कहा था कि साउथ कोरिया को इस पर रोक लगानी चाहिए यदि वो इस पर रोक नहीं लगाता है तो बेहतर संबंध नहीं रह सकते हैं। उसको रद्द किया जा रहा है।
किम यो जोंग ने कहा कि सियोल को सैन्य क्षेत्र में उत्तर-दक्षिण समझौते को खत्म करने के लिए तैयार रहना चाहिए। अगर यह पर्चे अभियानों के लिए इसी तरह के कदम उठाने में विफल रहता है। वर्तमान सुरक्षा स्थिति के संबंध में हमारी सेना नॉर्थ कोरिया के सैन्य कदमों की बारीकी से निगरानी कर रही है।