क्या म्यांमार की पूर्व प्रधानमंत्री आंग सान सू की हो चुकी है मौत? बेटे ने जेल का खोला राज
म्यांमार की पूर्व नेता आंग सान सू की को दो साल से ज्यादा समय से किसी ने नहीं देखा है। उनके बेटे किम एरिस को डर है कि कहीं उनकी मौत न हो चुकी हों। किम ...और पढ़ें

आंग सू के बेटे किम का मानना है कि जुंटा लीडर मिन आंग ह्लाइंग का अपनी मां को लेकर कोई प्लान होगा। (फाइल फोटो )
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। म्यांमार की पूर्व नेता आंग सान सू की को दो साल से ज्यादा समय से किसी ने नहीं देखा है। उनकी सेहत लगातार खराब हो रही है और उनके बेटे किम एरिस को डर है कि कहीं उनकी मौत न हो चुकी हों।
रॉयटर्स को दिए इंटरव्यू में किम ने बताया कि 2021 के मिलिट्री तख्तापलट के बाद से मां से कोई सीधा संपर्क नहीं हुआ। सिर्फ थोड़ी-बहुत जानकारी मिली है, जैसे दिल, हड्डी और मसूड़ों की दिक्कतें है।
किम कहते हैं कि म्यांमार की जुंटा सरकार चुनाव कराने की कोशिश कर रही है, जो कई देशों की नजर में फर्जी है। ये चुनाव मिलिट्री रूल को वैध बनाने का बहाना हैं, लेकिन किम को लगता है कि ये उनकी मां की हालत सुधारने का मौका दे सकता है।
वह कहते हैं, "उन्हें सेहत की दिक्कतें हैं। दो साल से ज्यादा समय से कोई नहीं देखा है। वकीलों से भी संपर्क नहीं, परिवार तो दूर की बात है। मुझे क्या पता, वो पहले ही मर चुकी हों।"
'जुंटा लीडर कुछ प्लान कर रहे हैं'
किम का मानना है कि जुंटा लीडर मिन आंग ह्लाइंग का अपनी मां को लेकर कोई प्लान होगा। अगर चुनाव से पहले या बाद में उन्हें रिहा कर दें या हाउस अरेस्ट में शिफ्ट करें, तो जनता को खुश करने की कोशिश हो सकती है। म्यांमार मिलिट्री का पुराना रिकॉर्ड है कि छुट्टियों या बड़े इवेंट्स पर कैदियों को छोड़ते हैं।
नोबेल पीस प्राइज विनर सू की को 2010 में चुनाव के ठीक बाद रिहा किया गया था। तब वो लंबे समय से कैद में थीं, ज्यादातर समय यंगून के इन्या लेक वाले घर में। 2015 के चुनावों में वो म्यांमार की डी-फैक्टो लीडर बनीं, जो 25 साल में पहला खुला चुनाव था। लेकिन बाद में रोहिंग्या मुसलमानों पर जेनोसाइड के आरोपों से उनकी इंटरनेशनल इमेज खराब हुई।
क्यों सजा काट रही हैं आंग सान सू?
2021 के तख्तापलट के बाद म्यांमार में चारों तरफ उथल-पुथल मची है। आर्म्ड रिबेलियन ने देश के बड़े हिस्सों पर कब्जा कर लिया। सू की को भड़कावा, करप्शन और चुनाव फ्रॉड जैसे आरोपों में 27 साल की सजा हुई है।
किम को लगता है कि मां कैपिटल नेपिडॉ में कैद हैं। दो साल पहले मिले आखिरी लेटर में सू की ने सेल की गर्मी और सर्दी की शिकायत की थी। दुनिया में हर तरफ जंगें चल रही हैं, ऐसे में किम को डर है कि लोग म्यांमार को भूल जाएंगे।

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