अब हेल्थ इमरजेंसी नहीं रहा एमपॉक्स, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने की घोषणा; इस वजह से लिया गया फैसला
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एमपॉक्स को अब इंटरनेशनल हेल्थ इमरजेंसी नहीं माना है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयेसस ने मामलों में लगातार गिरावट को देखते हुए यह फैसला लिया। एमपॉक्स एक वायरल संक्रमण है जो संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। कांगो बुरुंडी सिएरा लियोन और युगांडा में मामलों में गिरावट आई है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एमपॉक्स अब इंटरनेशनल हेल्थ इमरजेंसी नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की है। WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयेसस ने कहा कि मामलों में लगातार हो रही गिरावट को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
एमपॉक्स एक तरह का वायरल संक्रमण है, जो किसी संक्रमित के संपर्क में आने से फैलता है। इसके लक्षण आमतौर पर फ्लू जैसे होते हैं और इसमें मवाद से भरे हुए घाव हो जाते हैं। टेड्रोस एडनॉम ने कहा कि कांगो, बुरुंडी, सिएरा लियोन और युगांडा सहित अन्य प्रभावित देशों में केस में काफी गिरावट आई है।
पिछले साल अगस्त में हुई थी घोषणा
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पहली बार पिछले साल अगस्त में हेल्थ आपातकाल की घोषणा की थी, जब एमपॉक्स के एक नए रूप का प्रकोप बुरी तरह प्रभावित कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य से पड़ोसी देशों में फैल गया था।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ने कहा कि यह निर्णय विश्व स्वास्थ्य संगठन की आपातकालीन समिति की सलाह पर आधारित है, जो प्रकोप का मूल्यांकन करने के लिए हर तीन महीने में बैठक करती है। बता दें कि हेल्थ इमरजेंसी विश्व स्वास्थ्य संगठन की सर्वोच्च चेतावनी है।
(न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)
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