मालदीव में भारत के सहयोग से तैयार हुआ हवाई अड्डा, उड़ानें शुरू
मालदीव में भारत की मदद से बने हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन राष्ट्रपति मोइज्जू ने किया। यह हवाई अड्डा बड़े विमानों को संभालने में सक्षम है और सालाना 13 लाख यात्रियों को सेवा दे सकता है। राष्ट्रपति मोइज्जू ने इसे भारत-मालदीव संबंधों का प्रतीक और आर्थिक परिवर्तन का द्वार बताया।

हवाई अड्डे का उद्घाटन करते उड्डयन मंत्री नायडू और राष्ट्रपति मोइज्जू
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मालदीव में भारत की मदद से तैयार हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू और नागरिक विमानन मंत्री के राम मोहन नायडू ने संयुक्त रूप से उद्घाटन किया।
इस हवाई अड्डे पर एयरबस ए320 और बोइंग 737 जैसे बड़े विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ की क्षमता है। यहां सालाना 13 लाख यात्रियों को यहां संभाला जा सकता है। इस हवाई अड्डे के लिए मालदीव और बैंक के बीच 2019 में समझौता हुआ था। भारत के जेएमसी प्रोजेक्ट्स को 13.66 करोड़ डालर में इसके निर्माण का ठेका मिला था।
मोइज्जू ने क्या कहा?
मालदीव के समाचार पोर्टल 'सन.एमवी' के मुताबिक हवाई अड्डे के विकास के लिए भारत के एग्जिम बैंक ने 80 करोड़ डॉलर की ऋण सहायता मंजूर की थी। राष्ट्रपति मोइज्जू ने कहा कि ये हवाई अड्डा मालदीव और भारत के बीच पिछले 60 वर्षों से कायम मजबूत संबंधों का प्रमाण है। उत्तरी मालदीव के लिए ये हवाई अड़्डा नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा और वैश्विक कनेक्टिविटी को रफ्तार मिलेगा।
'आर्थिक परिवर्तन का प्रतीक है हवाई अड्डा'
उन्होंने कहा कि ये हवाई अड़्डा खुशहाली का गेटवे है। ये केवल एक हवाई अड्डा नहीं, बल्कि आर्थिक परिवर्तन का प्रतीक भी है। एक्स पर एक पोस्ट में मालदीव स्थित भारतीय उच्चायोग ने लिखा कि ये हवाई अड्डा प्रगति और खुशहाली का सच्चा साधन है और भारत की नीति नेबरहुड फर्स्ट और महासागर विजन के प्रति समर्पण का प्रतीक भी है।

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