सूडान में स्थानीय लोगों को भी सुरक्षित स्थान की तलाश, विदेशी नागरिकों के निकलने के बाद तेज होगी लड़ाई
सूडान में स्थानीय नागरिकों को भी सुरक्षित स्थान की तलाश है। उन्हें लगता है कि विदेशी नागरिकों के निकलने के बाद लड़ाई और तेज होगी। दोनों प्रतिद्वंद्वी जनरल अधिकार हासिल करने के लिए अपनी लड़ाई तेज कर देंगे।

खारतूम, एपी। एक तरफ जहां विदेशी सरकारों ने अपने राजनयिकों और अन्य नागरिकों को सूडान से बाहर निकालना शुरू कर दिया है, वहीं दूसरी तरफ स्थानीय निवासी भी अराजक स्थिति से बचने के लिए सुरक्षित स्थान तलाश रहे हैं। स्थानीय नागरिकों को आशंका है कि विदेशी नागरिकों के सूडान से सुरक्षित निकलने के बाद दोनों प्रतिद्वंद्वी जनरल अधिकार हासिल करने के लिए अपनी लड़ाई तेज कर देंगे।
संयुक्त राष्ट्र ने संघर्ष को बताया विनाशकारी
संयुक्त राष्ट्र ने संघर्ष को विनाशकारी बताया है। दर्जनों देशों के राजनयिक, शिक्षक, छात्र, कामगार और उनके परिवार नाटकीय तरीके से काफिलों में राजधानी खारतूम में अग्रिम मोर्चों पर तैनात लड़ाकों से आगे निकल गए हैं और देश के पूर्वी तट की ओर सैकड़ों मील दूर तक पहुंच गए हैं। यूरोपीय, पश्चिम एशियाई, अफ्रीकी और एशियाई सैन्य विमान रविवार को दिन-रात तथा सोमवार को भी नागरिकों को निकालने के लिए उड़ान भरते रहे।
लड़ाई से और बिगड़ेंगे हालात
अनेक सूडानी नागरिकों के लिए हवाई मार्ग से विदेशी नागरिकों की निकासी इस बात का भयावह संकेत है कि संघर्ष विराम का प्रयास बार-बार विफल होने के बाद अब लड़ाई से हालात और बिगड़ेंगे। खारतूम और अन्य शहरों में विस्फोटों तथा गोलीबारी के बीच लाखों लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं और सशस्त्र लड़ाके सड़कों पर लूटपाट कर रहे हैं। देश में खाद्य आपूर्ति कम होती जा रही है और अस्पताल पूरी तरह तबाह होने के कगार पर हैं।
संघर्ष में 413 लोगों की मौत
एएनआइ के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि सूडान में चल रही लड़ाई में अब तक 413 लोगों की मौत हो चुकी है और 3,551 लोग घायल हुए हैं। यूनिसेफ का कहना है कि बच्चों को इस लड़ाई की बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है। अब तक नौ बच्चों की मौत हो चुकी है और 50 बच्चे बुरी तरह घायल हो गए हैं।
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