श्रीलंका के पुलिस प्रमुख ने 10 दिन पहले दी थी हमलों की चेतावनी, मुस्लिम संगठन का हाथ होने का शक
श्रीलंका में हुए बम धमाकों को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। श्रीलंका के पुलिस प्रमुख ने 10 दिन पहले ही इनपुट दिया था कि देश में बम धमाकों के जरिए बड़े हमले हो सकते हैं।
कोलंबो, एजेंसी। Serial Blasts In Sri Lanka श्रीलंका में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीलंका के पुलिस प्रमुख ने 10 दिन पहले ही इनपुट दिया था कि देश में बम धमाकों के जरिए बड़े हमले हो सकते हैं। अलर्ट में कहा गया था कि फिदायीन हमलावर देश के प्रमुख चर्चों को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं। खुफिया रिपोर्ट की मानें तो कोलंबो में भारतीय उच्चायोग भी हमलावरों के निशाने पर था। यही नहीं इन हमलों के पीछे एक मुस्लिम संगठन का हाथ होने का संदेह जताया जा रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस प्रमुख पुजुथ जयसुंदर ने 11 अप्रैल को ही देश के आला अधिकारियों को इनपुट भेजा था जिसमें ऐसे हमलों की आशंका जताई गई थी। उक्त अलर्ट में एक विदेशी इंटेलीजेंस एजेंसी का भी इनपुट जोड़ा गया था। ताजा इनपुट में कहा गया था कि नेशनल तौहीत जमात (एनटीजे) नामक संगठन श्रीलंका के अहम गिरजाघरों को निशाना बनाने की ताक में है। यही नहीं ऐसे हमलों के निशाने पर भारतीय दूतावास भी है। बता दें कि नेशनल तौहीत जमात एक चरमपंथी मुस्लिम चरमपंथी संगठन है। श्रीलंका में पिछले साल बौद्ध प्रतिमाओं के विध्वंस की घटनाओं में इस संगठन का नाम सामने आया था।
बता दें कि श्रीलंका इस्टर के मौके पर रविवार को सीरियल बम धमाकों से दहल गया। राजधानी कोलंबो समेत कुल आठ जगहों पर हुए सीरियल बम धमाकों में 156 लोग मारे गए हैं। मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बताया जा रहा है कि 7वां धमाका दक्षिणी कोलंबो के देहिवाला में एक होटल में हुआ है, जिसमें दो लोगों की मौत हुई है। आठवें धमाके की जानकारी सामने नहीं आई है।
श्रीलंका की सरकार ने बम विस्फोटों के बाद तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया है। विस्फोट में घायल लोगों को कोलंबो जनरल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। पुलिस प्रवक्ता रूवन गुनसेखरा ने बताया कि कर्फ्यू अगले नोटिस तक अनिश्चितकाल के लिए लागू है। दूसरी ओर, राजधानी में विभिन्न धार्मिक स्थलों के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। गलत सूचना न फैले इसके लिए सरकार ने सभी सोशल मीडिया प्लेफार्मों को ब्लॉक करने का फैसला किया है।