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'टाइगर' का तो पता नहीं लेकिन 'ब्रूस ली' अभी जिंदा है!

ब्रूस ली अभी जिंदा है दोस्‍तों। आप चौंक गए। यहां चौंकना जरूरी भी है। ऐसा इसलिए क्‍योंकि कुंग फू के मास्‍टर ब्रुस ली का निधन हुए करीब 45 वर्ष बीत गए हैं।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sat, 17 Mar 2018 12:42 PM (IST)Updated: Tue, 20 Mar 2018 10:58 AM (IST)
'टाइगर' का तो पता नहीं लेकिन 'ब्रूस ली' अभी जिंदा है!
'टाइगर' का तो पता नहीं लेकिन 'ब्रूस ली' अभी जिंदा है!

नई दिल्‍ली [स्‍पेशल डेस्‍क]। ब्रूस ली अभी जिंदा है दोस्‍तों। आप चौंक गए। यहां चौंकना जरूरी भी है। ऐसा इसलिए क्‍योंकि कुंग फू के मास्‍टर ब्रूस ली का निधन हुए करीब 45 वर्ष बीत गए हैं। फिर जिस ब्रूस ली की बात हम कर रहे हैं आखिर वह कौन है। आपके दिल और दिमाग में भी यह सवाल जरूर कौंध रहा होगा। तो चलिए अब हम आपको इस ब्रूस ली के बारे में बता कर आपके मन में उठ रहे सवालों को शांत कर देते हैं। पहले आपको बता दें कि अफगानिस्‍तान को आज एक ऐसी जगह के रूप में जाना जाता है जहां लगभग हर रोज बम धमाकों में लोगों की जान जाती है। यह एक ऐसा मुल्‍क है जो आज भी अपने बल पर खड़े होने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में इस मुल्‍क की पहचान बनता जा रहा है यहां की ही एक बाशिंदा।

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अफगानिस्‍तान में रहता है ब्रूस ली

दरअसल, ब्रूस ली की तरह दिखाई देने वाला यह शख्‍स वास्‍तव में अफगानिस्‍तान का रहने वाला है। इसका नाम है अब्‍बास अलीजादा। अब्‍बास केवल ब्रूस ली की तरह दिखाई ही नहीं देता बल्कि ब्रूस ली की तरह ही वह मार्शल आर्ट और कुंग फू का मास्‍टर है। आपको जानकर हैरत होगी कि अब्‍बास ने यह सब कुछ ब्रूस ली को अपना गुरू मानकर ही सीखा है। उसकी सभी बातें हैरत में डालने वाली लगती हैं। ब्रूस ली की तरह कद-काठी, उसका ही चेहरा और उसकी तरह ही चुस्‍ती और फुर्ती, उसको देखकर अफगानिस्‍तान में हर कोई दंग रह जाता है। वह जहां से निकलता है उसके साथ फोटो खिंचवाने के लिए लोगों की होड़ लग जाती है। यही वजह है कि उसको अफगानिस्‍तान का ब्रूस ली कहा जाता है।

ब्रूस ली की मूवी डाउनलोड

इस ब्रूस ली एक रूप ये भी है कि वह बेरोजगार है। उसके पिता का देहांत हो चुका है। अब्‍बास के मुताबिक उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता था लेकिन उसके पिता उसको पढ़ाना चाहते थे। इस पर कई बार दोनों में नाराजगी भी हुई, लेकिन फिर बाद में उसके पिता अपने बेटे की इच्‍छा के आगे झुक गए। इसका नतीता ये हुआ कि अब्‍बास ने ब्रूस ली की फिल्‍में डाउनलोड कर देखना शुरू किया। अब्‍बास के अंदर लीजेंड ब्रूस ली की हर एक बात को अंदर समा लेने का जुनून ही था कि आज वह कुंग फू का मास्‍टर है।

अब्‍बास पर बनी डॉक्‍यूमेंट्री

रूस के एक अखबार ने ब्रूस ली की तरह दिखाई देने वाले अब्‍बास पर एक डॉक्‍यूमेंट्री बनाई है। इसका मकसद  एक छिपी हुई पहचान को दुनिया के सामने लाना है। अब्‍बास मानता है कि अफगानिस्‍तान आज दुनिया की खतरनाक जगहों में से एक है। वह यहां के हालात को लेकर काफी दुखी है। इसके बाद भी वह कहता है कि वह मौत से नहीं डरता, उसको जब आना होगा आएगी। इसके लिए डरने की जरूरत नहीं। वो ये भी कहता है कि वह यहां की गलियों में भले ही अब्‍बास के नाम से जाना जाता हो लेकिन जब भी कोई उसे अफगानी ब्रूस ली कहकर पुकारता है तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहता है।

कई बार नॉनचाकू ने किया घायल

ब्रूस ली की ही तरफ नॉनचाकू उसका फेवरेट हथियार है। लेकिन वो कहता है कि शुरुआत में इसकी प्रेक्टिस करने के दौरान कई बार यह उसके ही सिर पर लग गया और उसको काफी दर्द से गुजरना पड़ा। एक बार तो वह करीब दस मिनट तक होश में ही नहीं आ पाया था। इसको चलाना बेहद मुश्किल काम है लेकिन अब अब्‍बास बिंदास तरीके से इसको हैंडल करता है। उसको देखकर कोई नहीं कह पाता है कि यह अब्‍बास ही है या ब्रूस ली। उसकी फै‍मिली में फिलहाल उसका एक भाई और उसकी मां ही है। मां उसके लिए अकसर चिंता करती रहती है। उसको डर है कि कहीं ब्रूस ली जैसी शक्‍ल ही उसके लिए मुश्किल न बन जाए। वह बार-बार कहती है एक दिन वह दुनिया में नाम और शोहरत जरूर कमाएगा।

प्रेक्टिस से शुरू होता है दिन

अब्‍बास के दिन की शुरुआत उसकी प्रेक्टिस से होती है। इस दौरान अकसर घर की कुछ चीजें टूट भी जाती हैं। लेकिन अब यह रोज का किस्‍सा हो गया है इसलिए उसे कोई कुछ नहीं कहता है। जंग के हालातों में अब्‍बास का जन्‍म काबुल में हुआ। उसका भाई बताता है कि उसके पिता एक दुकान चलाते थे। लेकिन अब यहां पर काम करने के नाम पर कुछ नहीं बचा है। जब अब्‍बास के पिता जिंदा थे तब वह उसके साथ हर जगह जाते थे। उन्‍हें भी अब्‍बास की कहीं न कहीं चिंता सताती रहती थी। आलम ये है कि उसके घर को भी लोग अब ब्रूस ली का घर कहने लगे हैं। इसको लेकर अब्‍बास की मां आज भी चिंता में डूबी रहती है। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि वहां के मुल्‍ला इस बात को पंसद नहीं करते हैं जो अब्‍बास करता है। इसलिए वहां के मुल्‍ला अब्‍बास के खिलाफ हैं। अब्‍बास की मां के मुताबिक जब भी वह अकेला कहीं जाता है तो वह बार-बार उसको फोन कर चेक करती रहती है कि सब ठीक है या नहीं। उसकी सुरक्षा को ध्‍यान में रखते हुए अब्‍बास के लिए उसकी मां ने जिम अपने घर में ही खोल दिया है, जहां वह प्रेक्टिस करता है।

हेयरस्‍टाइल से लेकर चाल-ढाल तक सब समान

अब्‍बास बताता है कि उसके घरवाले ही कहते थे कि वह ब्रूस ली की तरह दिखाई देता है, इसलिए बाद में उसने ब्रूस ली की ही हर चीज को अपनाने का फैसला किया। हेयरस्‍टाइल से लेकर उसकी चाल-ढाल सब कुछ ब्रूस ली की तरह। अब्‍बास के मुताबिक यहां की यंग जनरेशन उसको काफी पसंद करती है। यहां के मुल्लाओं को यदि छोड़ दिया जाए तो यहां की मीडिया अब्‍बास को पूरा सपोर्ट करती है। अकसर उसको वहां होने वाले घरेलू मैचों को देखने और स्‍पेशल गेस्‍ट के तौर पर बुलाया भी जाता है। अपनी प्रेक्टिस के अलावा भी अब अब्‍बास एक फिटनेस कोच की मदद ले रहा है। अब्‍बास के लिए जिस फील्‍ड में वह है उसमें उसको बुलंदी तक पहुंचना है, क्‍योंकि यही उसका और उसके अब्‍बा का सपना रहा है।

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