प्रणब मुखर्जी से मिलने से कर दिया था मना, तसलीमा नसरीन की किताबें की थीं बैन; खालिदा जिया से जुड़े रोचक किस्से
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके राजनीतिक जीवन से जुड़े कई किस्से चर्चा में हैं। 2013 में उन्होंने ...और पढ़ें

पिछले कई दिनों से उनकी तबियत बेहद खराब थी (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का 80 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह ढाका के एक निजी अस्पताल में भर्ती थीं। पिछले कई दिनों से उनकी तबियत बेहद खराब थी। खालिदा जिया के निधन के बाद दुनियाभर के राजनेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया अपनी व्यक्त की है।
खालिदा जिया से जुड़ा एक किस्सा काफी चर्चा में है, जब 2013 में उन्होंने भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलने से मना कर दिया था। उस वक्त खालिदा जिया बांग्लादेश में विपक्ष की नेता थीं। इसकी वजह उन्होंने अपनी जान का खतरा बताया था।
जान का खतरा बताया था
दरअसल 2013 में प्रणब मुखर्जी बांग्लादेश के दौरे पर थे। इस दौरान उन्हें खालिदा जिया से मिलना था। लेकिन उसी दौरान जमात-ए-इस्लामी अपने 3 नेताओं को वॉर क्राइम का दोषी साबित होने के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा था। खालिदा जिया ने बाद में बताया था कि मुलाकात से पहले ही उन्हें इनपुट्स मिले थे कि उन पर हमला हो सकता है। इस कारण मुलाकात रद कर दी गई।
खालिदा जिया के निधन पर बांग्लादेश की मशहूर लेखिका तसलीमा नसरीन ने भी टिप्पणी की है। उन्होंन एक्स पर लिखा कि खालिदा जिया ने 10 साल तक पीएम के तौर पर शासन किया, लेकिन उनके ही दौर में मेरी कई किताबें प्रतिबंधित कर दी गई थीं। अब मैं उम्मीद करती हूं कि उन पर से प्रतिबंध हटाया जाएगा।
तसलीमा ने कहा कि एक महिला, सेक्युलर, मानवतावादी और फ्री थिंकर लेखिका के खिलाफ केस दर्ज हुए, लेकिन उन्होंने जिहादियों का साथ दिया। मेरे खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी करवाया गया। उनके शासनकाल में मैं कभी बांग्लादेश नहीं जा सकी। क्या उनकी मौत पर मेरा 31 साल का वनवास खत्म हो जाएगा?

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