Srilanka Easter Attack: आतंकियों का लक्षित निशाना था भारतीय उच्चायोग, संसद में पेश की गई रिपोर्ट
श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए हमलों में आतंकियों का लक्षित निशाना भारतीय उच्चायोग था।
कोलंबो,एएनआइ। श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए हमले पर श्रीलंकाई संसद की चयन समिति ने कहा है कि इस आतंकी हमले का एक संभावित लक्ष्य भारतीय उच्चायोग था। खुफिया इनपुट के हिसाब से वह होटल भी इसमें शामिल थे जिनमें भारी मात्रा में भारतीय रह रहे थे। नौ सदस्यीय संसदीय चयन समिति (PSC) द्वारा बुधवार को 272 पन्नों की रिपोर्ट संसद में पेश की गई।
पीएससी के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष आनंददासिरी ने कहा, 'संसद इस हमले के अपराधियों की सिफारिश नहीं कर सकती। यह शक्ति अदालत के पास है। चयन समिति का काम यह पता लगाना था कि कमियां और लापरवाही कहा रही है।
पीएससी रिपोर्ट ने आगे कहा कि खुफिया जानकारी से संकेत मिलता है कि भारतीय उच्चायोग संभावित लक्ष्यों में से एक था और यह आश्चर्य की बात है कि एक खुफिया अधिकारी (जो श्रीलंका में खुफिया तंत्र के भीतर एक प्रमुख हिस्सा है) को संभावित लिंक के बारे में पता नहीं था। 21 अप्रैल को ईस्टर रविवार को ईस्टर के मौके पर श्रीलंका में तीन चर्चों और तीन होटलों में आत्मघाती आतंकवादी बम विस्फोटों में लगभग 270 लोग मारे गए और 400 से अधिक लोग घायल हो गए। हालांकि, इस दौरान आठ आत्मघाती हमलावर भी मारे गए थे। रिपोर्ट के अनुसार करीब 40 विदेशी और 45 बच्चों ने भी इस दौरान अपनी जान गंवाई।
इन हमलों के पीछे एक समय में नेशनल तौहीद जमात के नेता रहे जाहरान हाशिम का हाथ बताया गया। रिपोर्ट के अनुसार मुख्य रुप से इन हमलों में उसी का हाथ था। हमले के बारे में एसआइएस के निदेशक ने पहले ही सीआइडी और सीएनआई को हमले की जानकारी देते हुए एक पत्र लिखा था। पत्र में लिखा गया था कि नेशनल तोहिद जमात देश में हमला करने की योजना बना रहा है। इस हमले में चर्चो को निशाना बनाया गया है। साथ बताया गया कि हमलावरों के निशाने पर भारतीय उच्चायोग भी है।

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