भारत और नेपाल को जोड़ने वाली रेल लाइन का परिचालन शुरू, दोनों देशों के बीच रिश्ते होंगे मजबूत
भारत और नेपाल को जोड़ने वाली जयनगर-बिजलपुरा-बरदीबास रेल लाइन के एक खंड का परिचालन रविवार से शुरू हो गया। भारतीय दूतावास ने बताया कि नेपाल के भौतिक बुनियादी ढांचे एवं परिवहन मंत्री प्रकाश ज्वाला ने बिजलपुरा में सीमा पार रेल लाइन के कुर्था-बिजलपुरा खंड पर परिचालन की शुरुआत की। नेपाल के परिवहन मंत्री प्रकाश ज्वाला ने कहा यह रेल कनेक्टिविटी दोनों देशों के बीच संबंधों को जबरदस्त बढ़ावा देगी
काठमांडू (नेपाल), एजेंसी। भारत और नेपाल को जोड़ने वाली जयनगर-बिजलपुरा-बरदीबास रेल लाइन के एक खंड का परिचालन रविवार से शुरू हो गया। भारतीय दूतावास ने बताया कि नेपाल के भौतिक बुनियादी ढांचे एवं परिवहन मंत्री प्रकाश ज्वाला ने बिजलपुरा में सीमा पार रेल लाइन के कुर्था-बिजलपुरा खंड पर परिचालन की शुरुआत की।
काठमांडू में भारतीय दूतावास की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस अवसर पर भारतीय दूतावास के उप प्रमुख प्रसन्ना श्रीवास्तव, मधेश प्रदेश के स्थानीय नेता और सरकारी अधिकारी भी उपस्थित थे।
क्या बोले नेपाल के परिवहन मंत्री प्रकाश ज्वाला
इस अवसर पर नेपाल के भौतिक बुनियादी ढांचे एवं परिवहन मंत्री प्रकाश ज्वाला ने कहा कि यह रेल कनेक्टिविटी दोनों देशों के बीच लोगों के बीच संबंधों को जबरदस्त बढ़ावा देगी और नेपाल में व्यापार एवं पर्यटन को बढ़ाएगी।
कुर्था-बिजलपुरा लाइन की 17.3 किलोमीटर है कुल लंबाई
बता दें कि कुर्था-बिजलपुरा लाइन की कुल लंबाई 17.3 किलोमीटर है और इस खंड पर पांच स्टेशन कुर्था, पिपरादी, लोहारपट्टी, सिंग्याही और बिजलपुरा हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह भारत की 783.83 करोड़ रुपये की अनुदान सहायता के तहत बनाई जा रही 68.7 किलोमीटर लंबी जयनगर-बिजलपुरा-बरदीबास सीमा पार रेल लाइन परियोजना का दूसरा चरण है।
पिछले साल हुआ था पहले चरण का उद्घाटन
बताते चलें कि जयनगर से कुर्था तक पहले चरण का उद्घाटन पिछले साल अप्रैल में किया गया था और तब से यह चालू है। बिजलपुरा को बर्दीबास से जोड़ने वाले तीसरे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है। पिछले महीने प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचंड’ की भारत यात्रा के दौरान कुर्था-बिजलपुरा रेल खंड नेपाल सरकार को सौंप दिया गया था।
भारत-नेपाल के बीच मजबूत हो रहे संबंध
इस परियोजना के कार्यान्वयन से नेपाल के नए क्षेत्रों में विश्वसनीय, किफायती और तेज परिवहन आएगा। यह परियोजना कनेक्टिविटी परियोजनाओं की श्रृंखला का एक तत्व है, जिसे वर्तमान में भारत द्वारा नेपाल में कार्यान्वित किया जा रहा है। इससे भारत और नेपाल के बीच भौतिक कनेक्टिविटी बढ़ेगी, जो भारत सरकार की पड़ोसी प्रथम नीति का एक महत्वपूर्ण तत्व है।