बांग्लादेश चुनाव: हिंदू अल्पसंख्यकों की नई पार्टी BMJP मैदान में, 91 सीटों पर लड़ने की तैयारी; भारत से की ये अपील
बांग्लादेश में 12 फरवरी 2026 को होने वाले आम चुनावों से पहले अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं पर बढ़ते अत्याचारों के बीच एक नई राजनीतिक पार्टी ने मैदान संभ ...और पढ़ें

बांग्लादेश चुनाव: हिंदू अल्पसंख्यकों की नई पार्टी BMJP मैदान में, 91 सीटों पर लड़ने की तैयारी (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, ढाका। बांग्लादेश में 12 फरवरी 2026 को होने वाले आम चुनावों से पहले अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं पर बढ़ते अत्याचारों के बीच एक नई राजनीतिक पार्टी ने मैदान संभाला है। अप्रैल में पंजीकृत बांग्लादेश माइनॉरिटी जनता पार्टी (BMJP) पहली बार चुनाव लड़ने की जोरदार तैयारी कर रही है। पार्टी 300 संसदीय सीटों में से 91 पर उम्मीदवार उतारेगी और 40 से 45 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।
पार्टी अध्यक्ष सुकृति कुमार मंडल ने ढाका से फोन पर कहा, "हमने उन निर्वाचन क्षेत्रों को चुना है जहां अल्पसंख्यक वोट, विशेष रूप से हिंदू वोट बैंक, 20% से 60% तक है।" नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि सोमवार होने से पहले पार्टी तेजी से तैयारी कर रही है। मंडल ने कहा कि अल्पसंख्यकों को वोट डालने के लिए सुरक्षित माहौल महसूस करना जरूरी है।
मंडल ने मुख्यधारा की पार्टियों जैसे तारिक रहमान की BNP या जमात-ए-इस्लामी से गठबंधन की संभावना जताई। उन्होंने कहा, "ऐसा गठबंधन अल्पसंख्यकों को बदले की आशंका के बिना वोट डालने का आत्मविश्वास देगा। अवामी लीग अब अप्रासंगिक है और BMJP ही उत्पीड़ित हिंदुओं की एकमात्र आवाज है।"
भारत के रुख पर टिप्पणी करते हुए मंडल ने कहा, "भारत को बांग्लादेश पर अपनी नीति बदलनी चाहिए और अवामी लीग के बजाय केवल हिंदुओं एवं अल्पसंख्यकों के हितों का समर्थन करना चाहिए। अगर भारत अवामी लीग समर्थक रुख छोड़ता है, तो मुख्यधारा की पार्टियां सतर्क होंगी। BMJP अल्पसंख्यकों की सच्ची प्रतिनिधि है।" उन्होंने दावा किया कि इससे बांग्लादेश में भारत के प्रति मानसिकता भी बदलेगी, क्योंकि अवामी लीग ने सत्ता के लिए केवल भारत का इस्तेमाल किया।
पार्टी का पांच सूत्री एजेंडा धर्मनिरपेक्ष बांग्लादेश, पांच प्रांतों वाली संघीय व्यवस्था, अल्पसंख्यकों के अधिकार, पाठ्यपुस्तकों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और शत्रु संपत्ति कानून का दुरुपयोग रोकना शामिल है।
मंडल ने कहा, "पाकिस्तान काल का शत्रु संपत्ति अधिनियम अब हिंदुओं को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल हो रहा है। लाखों एकड़ जमीन छीनी गई, जबरन धर्मांतरण और पूजा स्थलों पर हमले रोज की घटनाएं हैं। बांग्लादेश में 2.5 करोड़ हिंदू यहीं रहेंगे।"
मंडल ने जोर दिया कि मुख्यधारा की राजनीति में शामिल होना ही समाधान है। पहले हिंदू वोटर अवामी लीग के समर्थक थे, लेकिन अब सुरक्षित वोटिंग के लिए गठबंधन जरूरी है।
उम्मीदवारों की अंतिम सूची जल्द घोषित की जाएगी और शनिवार तक सभी नामांकन दाखिल हो जाएंगे। यह चुनाव शेख हसीना की अवामी लीग के बिना हो रहा है, जो वर्तमान में निलंबित है। BMJP की दावेदारी अल्पसंख्यक मुद्दों को राष्ट्रीय पटल पर ला रही है।
दीपू चंद्र दास की हत्या के बाद बांग्लादेश के अल्पसंख्यक संगठन ने चिंता जताई
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हुए हालिया हमलों की घटनाओं, जिनमें सबसे चौंकाने वाली घटना बांग्लादेश के मयमनसिंह शहर में एक भीड़ द्वारा दीपू चंद्र दास नामक एक हिंदू व्यक्ति की हत्या है, ने न केवल दुनिया को स्तब्ध कर दिया बल्कि भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों में भी गिरावट ला दी क्योंकि इस घटना ने इस सप्ताह की शुरुआत में भारत में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों को जन्म दिया।
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद के अध्यक्षीय सदस्य डीएन चटर्जी ने शनिवार को कहा कि वहां अल्पसंख्यक "सुरक्षित नहीं हैं", और उन्होंने बांग्लादेश में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर चिंता व्यक्त की, जैसा कि समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया।
चटर्जी ने कहा, "बांग्लादेश में हाल के हालात, खासकर वहां हुई घटनाओं के बारे में पूरी दुनिया जानती है। राष्ट्रीय स्तर पर, आपने फ्रंटलाइन मीडिया कार्यालयों को हुए नुकसान, दीपू चंदा दास की क्रूर हत्या और देश भर में ऐसे कई अन्य मामले देखे हैं।"

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