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    अब तक 8 देशों में युवाओं ने दिखाई अपनी ताकत, नेपाल के बाद पेरू में Gen Z का ताबड़तोड़ प्रदर्शन

    Updated: Mon, 29 Sep 2025 03:56 PM (IST)

    हाल ही में नेपाल में युवा पीढ़ी (Gen Z) ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जिसके चलते प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा। सोशल मीडिया पर बैन के बाद युवा भड़क उठे और तोड़फोड़ की जिसके बाद सरकार को फैसला वापस लेना पड़ा। इंडोनेशिया से शुरू होकर पेरू तक Gen Z का प्रदर्शन देखने को मिला है।

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    Gen Z का वैश्विक प्रदर्शन नेपाल से पेरू तक युवाओं का आक्रोश (फोटो सोर्स- रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेपाल में पिछले दिनों वहां के युवा (Gen Z) ने देश की सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन का स्तर इस प्रकार का था कि केपी शर्मा ओली को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

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    नेपाल की सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बैन लगाया था, जिसके बाद Gen Z भड़क उठे थे और देशभर में प्रदर्शन करने के बाद सरकारी कार्यालयों तक में तोड़फोड़ की थी। आखिरकार सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा था और फिर सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया गया है।

    पेरू में क्यों शुरू हुआ आंदोलन

    इस साल कई देशों में Gen Z का प्रदर्शन देखने को मिला। शुरुआत इंडोनेशिया से हुई थी और अब पेरू में युवाओं ने मोर्चा संभाला है। 27 सितंबर को पूरू की राजधानी लीमा में हजारों युवाओं ने राष्ट्रपति दीना बोलुआर्ते के खिलाफ नारेबाजी और विरेध प्रदर्शन किया।

    इस प्रदर्शन में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुई। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज भी किया, जिसके जवाब में युवाओं ने पथराव किया। दरअसल, ये विरोध 20 सितंबर को पेंशन प्रणाली में किए गए बदलावों के बाद शुरू हुए।

    नए नियम के अनुसार, पेरू में 18 साल से अधिक उम्र के हर व्यक्ति को किसी ने किसी पेंशन कंपनी से जुड़ना होगा। इसके अलावा राष्ट्रपति बोलुआर्ते और संसद के खिलाफ लंबे समय से जनता में असंतोष बना हुआ है।

    अब तक किन-किन देशों में हुआ Gen Z प्रदर्शन?

    इसी साल 31 अगस्त से लेकर 1 सितंबर के बीच इंडोनेशिया में युवाओं ने सांसदों के बढ़े भत्ते के खिलाफ आंदोलन किया था। इस प्रदर्शन में 8 लोगों की मौत हो गई थी। आंदोलन के बाद दबाव में राष्ट्रपति प्रबोवो ने आवास भत्ते का फैसला रोक दिया था।

    1 सितंबर को नीदरलैंड में भी युवाओं ने आंदोलन किया था। इजरायल की मदद करने की बात को लेकर युवाओं का गुस्सा फूटा था। प्रदर्शन के बाद सरकार ने नीति बदलने का वादा किया था।

    8 से 13 सितंबर के बीच नेपाल में युवाओं ने जोरदार प्रदर्शन किया था। सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार को लेकर युवाओं ने संसद का घेराव किया, आगजनी की। इस प्रदर्शन के दौरान 72 लोगों की मौत हुई और 2113 लोग घायल हुए।

    10 सितंबर को फ्रांस में भी युवाओं ने बजट कटौती के विरोध में हड़तालें की। हालांकि, सरकार अभी अडिग है।

    15 से लेकर 17 सितंबर के बीच तिमोर-लेस्ते में सांसदों की जीवनभर पेंशन और कारों की योजना के खिलाफ Gen Z ने प्रदर्शन किया। सरकार को दबाव में प्रस्ताव को वापस लेना पड़ा और युवाओं की जीत हुई।

    21 सितंबर फिलीपींस में बाढ़ नियंत्रण भ्रष्टाचार के खिलाफ करीब 1 लाख लोग जुट गए। इस आंदोलन के दौरान दो लोगों की मौत हुई, 205 लोग घायल हुए और 216 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई। दबाव में स्पीकर सीनेट-चीफ को इस्तीफा देना पड़ा।

    22 सितंबर को इटली में गाजा युद्ध के विरोध में Gen Z ने रेल-पोर्ट ठप किए। युवाओं में गुस्सा भरा पड़ा है।

    25 सितंबर को मेडागास्कर में बिजली-पानी संकट और भ्रष्टाचार के विरोध में प्रदर्शन किया गया। इस दौरान 5 लोगों की मौत होने से युवा भड़के हुए हैं।

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