न्यूजीलैंड में मिला दुनिया के सबसे बड़े तोते का जीवाश्म, लंबाई जानकर चौंक जाएंगे आप
वैज्ञानिकों ने न्यूजीलैंड में विश्व के सबसे बड़े तोते के जीवाश्म का पता लगाया है। इसकी चोंच इतनी बड़ी और शक्तिशाली थी कि यह पत्थरों पर भी दरार कर देती थी।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। वैज्ञानिकों ने न्यूजीलैंड में विश्व के सबसे बड़े तोते के जीवाश्म का पता लगाया है, जो एक मीटर लंबा और सात किलोग्राम वजनी था। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इसकी चोंच इतनी बड़ी और शक्तिशाली रही होगी कि पत्थरों पर भी दरार कर देती होगी। बायोलॉजी लेटर्स नामक जर्नल में इस पक्षी के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसके आकार और वजन के आधार पर वैज्ञानिकों ने इसे हेराक्लीज इनक्स्पेक्टस नाम दिया है। साथ ही इसके जीवाश्म मिलने को अप्रत्याशित खोज बताया है।
न्यूजीलैंड के जंगलों में था बसेरा
ऑस्ट्रेलिया की फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर ट्रेवर वर्थ ने कहा कि न्यूजीलैंड अपने विशालकाय पक्षियों के लिए हमेशा से ही जाना जाता है। यहां न केवल माओ (शुतुरमुर्ग की प्रजाति का एक बड़ा पक्षी) ने एवीफोना पर राज किया, बल्कि बड़े हंस और एडजेबिल किसी समय में साथ-साथ रहते थे और बड़े गिद्धों का आसमान पर एक छत्र राज था। कहने का मतलब है कि ये सभी बड़े पक्षी किसी समय में न्यूजीलैंड के जंगलों में पाये जाते थे। अब वैज्ञानिकों ने विश्व के सबसे बड़े और विलुप्त हो चुके तोते के जीवाश्म का खोजे हैं, जिनका अब तक पता नहीं लग पाया था।
लुप्तप्राय कोकापो से दोगुना है आकार
शोधकर्ताओं ने कहा कि ये जीवाश्म मैस्करनियों के विशालकाय ‘डोडो’ कबूतर के आकार के हैं और उड़ न सकने वाले काकापो नामक तोते से आकार में दोगुने हैं। लुप्तप्राय कोकापो को अब तक सबसे बड़ा तोता माना जाता है। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया व अन्य महाद्वीपों पर पाए जाने वाले तोतों की तुलना में काकापो सबसे ज्यादा पुराना माना जाता है। अब इनकी संख्या सीमित हो चुकी है। वैज्ञानिक इसे विलुप्त होने से बचाने के लिए इनका संरक्षण करने में जुटे हैं।
जीवाश्मों के लिए समृद्ध है सेंट बाथंस
न्यूजीलैंड के कैंटरबरी संग्रहालय, फ्लिंडर्स और न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी (यूएनएसडब्ल्यू)के विशेषज्ञों का अनुमान है कि हेराक्लीज एक मीटर लंबा और सात किलोग्राम वजनी हो सकता है। इस तोते के जीवाश्म न्यूजीलैंड के सेंट्रल ओटागो में सेंट बाथंस के पास पाए गए हैं, जो 19 मिलियन लगभग 1.9 करोड़ वर्ष पुराने हैं। शोधकर्ताओं ने कहा कि मिओसिन काल के पक्षियों के जीवाश्मों के लिए सेंट बाथंस सबसे समृद्ध माना जाता है।
20 साल से चल रही है खोदाई
फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर ट्रेवर वर्थ ने कहा कि हम पिछले 20 साल से यहां खोदाई कर रहे हैं और हर साल हमें नए पक्षियों और जानवरों के जीवाश्म मिल जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस बार उन्हें हेराक्लीज मिला है, जो सबसे शानदार पक्षियों में से एक है।
शक्तिशाली हेराक्लीज
यूएनएसडब्ल्यू के प्रोफेसर और जीवाश्म विज्ञानी माइक मायर ने कहा कि हेराक्लीज अब तक खोजा गया सबसे बड़ा तोता है। इसकी चोंच इतनी बड़ी और शक्तिशाली रही होगी कि एक वार से पत्थरों के टुकड़ों में दरार कर देती होगी। शोधकर्ताओं ने बताया कि खोदाई के दौरान हेराक्लीज विशालकाय डोडो, कबूतर, सारस, बतख, उल्लू और अन्य कई सरीसृप जीव भी पाए गए हैं।
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