लगातार जगह बदल रहा है धरती का मैग्नेटिक नॉर्थ पोल, जानिए आम लोगों पर इसका कितना पड़ेगा असर
नॉर्थ पोल साइबेरिया के ज्यादा करीब आ गया है। विमानों और जहाजों द्वारा उपयोग किए जाने वाले जीपीएस (GPS) वर्ल्ड मैग्नेटिक मॉडल का उपयोग करके मैग्नेटिक नॉर्थ पोल का पता लगाते हैं। जीपीएस की सटीकता को बनाए रखने के लिए हर पांच साल में रिसर्चर WMM को संशोधित करते हैं और मैग्नेटिक नॉर्थ की ऑफिशियल पोजिशन को रीसेट करते हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने मैग्नेटिक नॉर्थ पोल को ट्रैक करने वाला एक नया मॉडल जारी किया है। इसके मुताबिक, पिछले 5 साल में नॉर्थ पोल साइबेरिया के ज्यादा करीब आ गया है और अब यह धीरे-धीरे रूस की तरफ बढ़ रहा है।
जियोग्राफिक नॉर्थ पोल, जो कि एक फिक्स लोकेशन पर है, के मुकाबले मैग्नेटिक नॉर्थ पोल पृथ्वी की मैग्नेटिक फील्ड द्वारा निर्धारित होता है और यह लगातार अपनी जगह बदलता रहता है।
असामान्य व्यवहार कर रहा पोल
पिछले कुछ दशकों में मैग्नेटिक नॉर्थ पोल की गति काफी अजीब रही है। कभी यह नाटकीय रूप से तेज हो गई, फिर हाल ही में तेजी से धीमी हो गई। हालाँकि वैज्ञानिक मैग्नेटिक फील्ड के असामान्य व्यवहार के पीछे के कारण के बारे में अभी ज्यादा नहीं जानते हैं।
विमानों और जहाजों द्वारा उपयोग किए जाने वाले जीपीएस वर्ल्ड मैग्नेटिक मॉडल का उपयोग करके मैग्नेटिक नॉर्थ पोल का पता लगाते हैं। ब्रिटिश जियोलॉजिकल सर्वे और राष्ट्रीय महासागरीय और वायुमंडलीय विभाग द्वारा विकसित यह मॉडल मैग्नेटिक नॉर्थ की स्थापित स्थिति को नोट करता है।
वैज्ञानिक करते हैं अपडेट
जीपीएस की सटीकता को बनाए रखने के लिए, हर पांच साल में रिसर्चर WMM को संशोधित करते हैं, मैग्नेटिक नॉर्थ की ऑफिशियल पोजिशन को रीसेट करते हैं और ड्रिफ्टिंग के अगले पांच वर्षों के लिए नई भविष्यवाणियां पेश करते हैं।
कोलोराडो विश्वविद्यालय और एनओएए नेशनल सेंटर फॉर एनवायर्नमेंटल इन्फॉर्मेशन के वरिष्ठ शोध वैज्ञानिक डॉ. अरनॉड ने कहा, 'आप मॉडल को अपडेट करने के लिए जितना अधिक इंतजार करेंगे, एरर उतना ही बड़ा होगा।'
आम लोगों के लिए नहीं अपडेट
- वैज्ञानिकों ने 17 दिसंबर को दो मॉडल जारी किए। एक मानक WMM, भूमध्य रेखा पर लगभग 2,051 मील (3,300 किलोमीटर) के स्थानिक रिज़ॉल्यूशन के साथ और दूसरा हाई-रिजॉल्यूशन मॉडल, भूमध्य रेखा पर लगभग 186 मील (300 किलोमीटर) के स्थानिक रिजॉल्यूशन के साथ।
- हाई रिजॉल्यूशन मॉडल का उपयोग वैसे तो कोई भी कर सकता है, लेकिन आम जनता द्वारा उपयोग किए जाने वाले अधिकांश GPS हार्डवेयर में मानक WMM शामिल है। हाई रिजॉल्यूशन मॉडल को यह हार्डवेयर संभालने के लिए भी नहीं बने होते हैं।
- ब्रिटिश जियोलॉजिकल सर्वे के रिसर्चर डॉ. विलियन ब्राउन ने कहा कि 'बड़ी एयरलाइनें अपने विमानों के पूरे बेड़े में नेविगेशन सॉफ्टवेयर को अपग्रेड करेंगी ताकि नए मॉडल को लोड किया जा सके, और नाटो की सेनाओं को सभी तरह के उपकरणों में बड़ी संख्या में जटिल नेविगेशन सिस्टम में सॉफ्टवेयर को अपग्रेड करना होगा।'
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