'2.5 लाख लो और फ्लाइट से उतरो', डेल्टा एयरलाइन ने अपने यात्रियों से क्यों कहा ऐसा?
प्लेन यात्री ने इस घटना को लेकर बताया कि उसे फ्लाइट से उतरने के लिए 2.5 लाख का ऑफर दिया गया था। यह घटना शिकागो ओहारे से सिएटल जाने वाली डेल्टा फ्लाइट में हुई। उन्होंने लिखा मैंने शिकागो ओहारे से सिएटल जाने वाली डेल्टा फ्लाइट में सुबह 750 बजे बुकिंग कराई थी। एयरलाइन ने अपने पैसेंजर्स को फ्लाइट छोड़ने के बदले में ये ऑफर दिया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में आए दिन विमान एयरलाइंस से जुड़ी अद्भुत घटनाएं सामने आती रहती हैं। इस बीच डेल्टा एयरलाइंस के विमान से जुड़ा एक अनोखा मामला सामने आया है। प्लेन यात्री ने इस घटना को लेकर बताया कि उसे फ्लाइट से उतरने के लिए 2.5 लाख का ऑफर दिया गया था।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर bag_o नाम से जाने जाने वाले यूजर ने Reddit पर बताया कि आखिर हुआ क्या था। उन्होंने बताया कि यह घटना सोमवार को शिकागो ओ'हारे से सिएटल जाने वाली डेल्टा फ्लाइट में हुई। उन्होंने लिखा, 'मैंने शिकागो ओ'हारे से सिएटल जाने वाली डेल्टा फ्लाइट में सुबह 7:50 बजे बुकिंग कराई थी।
गेट एजेंट धीरे से यात्री के पास गया और...
यूजर ने बताया कि वह जोन 2 में बोर्डिंग पूरी कर चुका था, तभी एक गेट एजेंट चुपचाप आया और उसने 3,000 डॉलर के वाउचर के साथ दो स्वयंसेवकों को विमान से उतरने के लिए कहा। उन्होंने लिखा, 'कोई माइक नहीं, कोई बड़ी घोषणा नहीं' मुआवजा 3,000 डॉलर है।'
विमान अधिकारियों ने कहा,
एलान के कुछ सेकंड बाद ही दो यात्रियों ने तुरंत प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। मैंने मुश्किल से इसे संसाधित किया था, इससे पहले मेरा हाथ हवा में था। कोई हिचकिचाहट नहीं। मैं किसी और को मुझसे आगे निकलने नहीं दे रहा था। इसके बाद एक अन्य यात्री ने तुरंत अपना हाथ उठाया।
उन्होंने खुलासा किया कि दो यात्री दो वाउचर दे रहे थे - एक $2,000 (लगभग 1,71,000 रुपये) और दूसरा $1,000 (लगभग 85,000 रुपये)।
एयरलाइन ने क्यों लिया ऐसा फैसला?
उस व्यक्ति को लगा कि उस उड़ान में वे दो भाग्यशाली लोगों में से अकेले थे, लेकिन बाद में पता चला तकनीकी खामी के चलते बड़े विमान को छोटे प्लेन से रिप्लेस करना पड़ा। इस कारण एयरलाइन ने यात्रियों से स्वेच्छा से अपनी सीट छोड़ने के बदले में उन्हें पैसों का लालच दिया। जिसमें डेल्टा ने 22 यात्रियों को $1,700 की पेशकश की थी, जो स्वेच्छा से उसी उड़ान से उतर गए थे।
यात्री ने आगे रेडिट पर बताया, 'मैंने हमेशा सोचा था कि एक बार जब आप बोर्ड पर चढ़ जाते हैं, तो आप बंद हो जाते हैं और आपका काम हो जाता है। लेकिन जाहिर है, अगर डेल्टा को कोई परिचालन समस्या (जैसे ईंधन संतुलन) आती है और फिर भी स्वयंसेवकों की आवश्यकता होती है? तो वह खिड़की फिर से खुल जाती है - और अगर आप जल्दी करते हैं, तो आप बड़ी जीत हासिल कर सकते हैं।
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