म्यांमार में साइबर स्कैम करवाते थे अपराधी, दूतावास ने 4 भारतीयों को सुरक्षित बचाया; ऐसे चलता है गैंग
म्यांमार में सक्रिय साइबर स्कैम सिंडिकेट ने कई देशों के नागरिकों को फंसाया हुआ है। उन्हें सोशल मीडिया पर बेहतरीन नौकरी का झांसा देकर बुलाया जाता है और फिर साइबर क्राइम के दलदल में धकेल दिया जाता है। भारतीय दूतावास की मदद से ऐसे ही 4 भारतीयों को वापस स्वदेश लाया गया है। बता दें कि ये सिंडिकेट म्यांमार-थाईलैंड सीमा पर म्यावाडी क्षेत्र में सक्रिय है।

पीटीआई, यंगून। म्यांमार में नौकरी को लेकर स्कैम में फंसे चार भारतीय नागरिकों को वापस स्वदेश लाया गया। भारतीय दूतावास के अनुसार, उन्हें म्यांमार के अधिकारियों से एक्जिट परमिट मिल गया है।
दूतावास ने अन्य लोगों को भी धोखाधड़ी वाली नौकरी की पेशकश से बचने की सलाह दी है। एक्स पोस्ट में दूतावास की ओर से कहा गया है कि म्यांमार के अधिकारियों द्वारा इन चार भारतीयों को म्यावाडी परिसर से एक्जिट परमिट और यंगून के माध्यम से प्रत्यावर्तन की सुविधा प्रदान की गई।
म्यांमार-थाईलैंड सीमा पर सक्रिय है सिंडिकेट
भारतीय नागरिकों को म्यावाडी साइबर-घोटाला नेटवर्क से मुक्त कराया गया और स्थानीय अधिकारियों द्वारा हपा-आन शहर से यंगून लाया गया। यहां उन्हें भारतीय मिशन को सौंप दिया गया।
म्यांमार-थाईलैंड सीमा पर म्यावाडी क्षेत्र में सक्रिय अंतरराष्ट्रीय अपराध सिंडिकेट के शिकार होने वाले भारतीयों की संख्या में वृद्धि हुई है। दूतावास की वेबसाइट पर भी भारतीय नागरिकों को इस तरह की नौकरी के प्रस्तावों से सावधान रहने की चेतावनी दी गई है।
इसमें कहा गया है कि भारतीय नागरिकों को इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म या अन्य असत्यापित स्त्रोतों के माध्यम से पेश नौकरी के प्रस्तावों को स्वीकार नहीं करना चाहिए। भारतीय नागरिकों को उस देश में स्थित भारतीय दूतावास के माध्यम से विदेशी नियोक्ताओं की साख की जांच/सत्यापन करने की सलाह दी गई है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।