चौंकिए मत, बस एक चम्मच मिट्टी के सेवन से घटेगा आपका मोटापा और वजन
एक शोध में यह बात सामने आई है कि एक खास किस्म की मिट्टी के सेवन से आपका मोटापा घट सकता है।
नई दिल्ली [ जागरण स्पेशल ]। क्या आप अपने मोटापे से परेशान हैं या अधिक वजन आपको चिंतित कर रहा है। तो यह खबर आपके लिए उपयोगी है। एक शोध में यह बात सामने आई है कि एक खास किस्म की मिट्टी के सेवन से आपका मोटापा घट सकता है। वैज्ञानिकों का दावा है कि एक चम्मच मिट्टी के सेवन से आपका मोटापा कम होता है या आपका वजन घट सकता है।
मिट्टी खाने से घटेगा आपका मोटापा
बचपन में आपने भी चोरी-छिपे मिट्टी जरूर खाई होगी। इस लत के लिए आपको फटकार भी लगी होगी या पिटाई भी हुई है। भारत में अक्सर गर्भवती महिलाएं और बच्चों में मिट्टी खाने की लत पड़ जाती है। इसके बारे में यह धारणा प्रचलित है कि मिट्टी खाने से आपका पेट खराब हो जाता है। मनोविज्ञानियों का दावा रहा है कि जब आपको पेट संबंधी परेशानी होती है, तब मिट्टी के प्रति आपकी ललक और दिलचस्पी बढ़ती है। लेकिन एक शोध में यह बात सामने आई है कि मिट्टी खाने से आपका मोटापा घट सकता है। इस शोध में यह दावा किया गया है कि वजट घटाने वाली किसी भी दवा से यह मिट्टी कहीं बेहतर है। वैज्ञानिकों का मानना है कि मिट्टी की लत मोटापे जैसी महामारी से लड़ने की बड़ी कुंजी है।
पेट से वसा को निकालती है मिट्टी
इस नए शोध का दावा है कि आपके खाने के साथ एक निश्चित प्रकार की गंदगी (बसा) आपके शरीर में प्रवेश करती है, जो आपके मोटापे को बढ़ाती है। लेकिन मिट्टी आपके पेट के अंदर वसा को एकत्र होने से रोकती है। दक्षिण ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने अपने शोध में यह पाया कि मिट्टी पेट की वसा को शरीर के बाहर निकालने में कारगर है। ये मिट्टी आपके वजन को घटाने का काम करती है। इसे एंटी-डायरियल के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।
चूहों पर किया गया अध्ययन
इसके लिए ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने कुछ मोटे चूहों पर इसका प्रयोग किया। इन चूहों के माटापे को घटाने के लिए दवाओं और मिट्टी का साथ-साथ प्रयोग किया। अध्ययन में यह पाया गया कि दवाओं की अपेक्षा एक खास किस्म की मिट्टी खाने वाले चूहों का वजन कुछ पाउंड घट गया। दरअसल, डिनिंग और उनके साथी शोधकर्ताओं ने चूहों को के उच्च-वसा वाले आहार खिलाकर अपने सिद्धांत का परीक्षण किया। इन चूहों को वजन घटाने वाली दवा ऑर्लिस्टैट दिया गया, इसके अलावा चूहों को मोरीलोनाइट या प्लेसबो नामक एक मिट्टी दी गई।
इस अध्ययन का निष्कर्ष यह निकला कि मिट्टी के पूरक दवा खाने वाले चूहों का वजन नहीं घटा। लेकिन मिट्टी खाने वाले चूहों का वजन तेजी से घट गया। इससे वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे कि मिट्टी एफडीए-अनुमोदित दवा की तुलना में बसा को फ्लश करने में ज्यादा बेहतर साबित हुई। डिनिंग ने कहा, हमारी संसाधित मिट्टी का उच्च सतह क्षेत्र खाद्य पदार्थों में मौजूद वसा और तेल को पचाने में सहायक होता है।
डिनिंग ने कहा कि यह खोज लोगों के लिए उत्साहवर्धक हो सकती है। उन्होंने कहा कि मिट्टी के कण वसा को अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे। इतना ही नहीं वह वह शरीर में वसा को अवशोषित करने से भी बचा रहे थे। डिनिंग का मानना है कि यह मोटापे का बेहतरीन इलाज हो सकता है।
क्या कहता है पूर्व का अध्ययन
उन्होंने कहा कि पूर्व के भूगर्भीय शोधों में भी यह बात सामने आई थी कि संयमित रूप से मिट्टी का सेवन करने से स्वास्थ्य पर इसका प्रतिकूल असर नहीं पड़ता है। यानी मिट्टी के सेवन से स्वास्थ्य काे जोखिम नहीं होता है। हालांकि, इन शोधों में यह साफ किया गया था कि इसके अधिक सेवन से कब्ज संबंधी समस्या पैदा हो सकती है।