Brazil President Election: ब्राजील में बोल्सोनारो के बने रहने के संकेत, लोगों का दक्षिणपंथ की ओर झुकाव बरकरार
ब्राजील में वामपंथ पर भारी पड़ी जेयर की दक्षिणपंथी पार्टी। विरोध को दरकिनार कर सबसे ज्यादा वोट बोल्सोनारो ने प्राप्त किए। हालांकि कोविड महामारी से निपटने में लापरवाही के चलते बोल्सोनारो की लगातार आलोचना हो रही थी और उनका हारना तय माना जा रहा था।
रियो डि जेनेरियो, एपी। ब्राजील में आश्चर्यजनक रूप से जेयर बोल्सोनारो फिर से राष्ट्रपति बनने की ओर बढ़ रहे हैं। राष्ट्रपति चुनाव के पड़े मतों की गिनती में संकेत मिल रहे हैं कि देश के मतदाताओं का दक्षिणपंथ की ओर झुकाव बरकरार है। मतदाताओं ने वामपंथी दल के प्रत्याशी पूर्व राष्ट्रपति लुइस इनासियो लूला डि सिल्वा को पसंद नहीं किया है। उन्हें बोल्सोनारो की तुलना में कम वोट मिले हैं।
बोल्सोनारो को मिले 48.4 फीसद वोट
मतगणना में बोल्सोनारो को जहां 48.4 फीसद वोट मिले हैं, वहीं लूला डि सिल्वा को 43.2 फीसद वोट मिले हैं। नौ अन्य प्रत्याशियों को बहुत कम वोट मिले हैं। आशंका के विपरीत चुनाव शांत, सुरक्षित और सद्भावपूर्ण वातावरण में हुए थे। देश के मुख्य न्यायाधीश ने इसके लिए देश के नागरिकों को बधाई दी थी।
लूला का घोटाले में आया था नाम
लूला को कुछ मतदाता लावा जाटो भ्रष्टाचार घोटाले में शामिल होने के कारण राष्ट्रपति पद के लिए अनुपयुक्त मानते हैं। लूला भ्रष्टाचार के आरोप में लगभग दो साल जेल में बिता चुके हैं। हालांकि, इसके बाद वहां की सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सजा को पलट दिया था।
बोल्सोनारो की हार तय मानी जा रही थी
जंगल में लगी आग, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई और कोविड महामारी से निपटने में लापरवाही के चलते बोल्सोनारो की लगातार आलोचना हो रही थी। इसीलिए माना जा रहा था कि चुनाव में बोल्सोनारो की हार तय है। लेकिन वोटों की गिनती ने सारे कयासों को गलत साबित कर दिया। बोल्सोनारो एक बार फिर देश के सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में सामने आए हैं। माना जा रहा है कि चुनाव पूर्व हुए गठबंधन के दलों के साथ मिलकर वह आसानी से सरकार बना लेंगे।
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