बेलारूस ने नोबेल पुरस्कार विजेता बियालियात्स्की समेत 123 लोगों को किया रिहा, ट्रंप का प्रयास आया काम
बेलारूस के राष्ट्रपति लुकाशेंको ने राजनीतिक कारणों से 123 कैदियों को रिहा कर दिया, जिनमें नोबेल पुरस्कार विजेता एलेज बियालियात्स्की और विपक्षी नेता मा ...और पढ़ें
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बेलारूस ने नोबेल पुरस्कार विजेता बियालियात्स्की समेत 123 लोगों को किया रिहा (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बेलारूस में राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको ने शनिवार को राजनीतिक कारणों और जासूसी के आरोप में लंबे समय से जेल में बंद 123 कैदी छुड़वा दिए। रिहा हुए लोगों में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित एलेज बियालियात्स्की और विपक्षी नेता मारिया कालेस्निकावा भी शामिल हैं।
ये रिहाई अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूत की राष्ट्रपति लुकाशेंको से दो दिन हुई वार्ता के बाद हुई हैं। यह जानकारी अमेरिका ने दी है। 123 लोगों के रिहा होने के बदले अमेरिका बेलारूस के पोटाश निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटाएगा। पोटाश रासायनिक खाद बनाने में प्रयुक्त होने वाला प्रमुख तत्व है और बेलारूस इस रासायनिक तत्व का विश्व में सबसे बड़ा उत्पादक है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खास सहयोगी लुकाशेंको से अमेरिका की ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद वार्ता शुरू हुई। पिछले कुछ महीनों में लुकाशेंको से अमेरिकी अधिकारियों की कई बार बात हुई है। इससे पहले पश्चिमी देश बेलारूस में लोकतंत्र समर्थकों पर अत्याचार और यूक्रेन युद्ध में रूस को दिए सहयोग के विरोधस्वरूप लुकाशेंको से बात नहीं करते थे।
2020 में चलाया था बड़ा आंदोलन
संयुक्त रूप से 2022 का नोबेल शांति पुरस्कार विजेता बियालियात्स्की मानवाधिकारों के लिए आवाज उठाने वाले शख्स हैं। उन्होंने बेलारूस में राजनीतिक कैदियों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी थी। उन्हें जुलाई 2021 में गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया था। जबकि रिहा हुईं विपक्ष की नेता कालेस्निकावा ने लुकाशेंको के खिलाफ 2020 में बड़ा आंदोलन चलाया था।
रिहाई के बाद उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और उन सभी देशों के नेताओं का आभार जताया है जिन्होंने बेलारूस के राजनीतिक कैदियों को मुक्त कराने के लिए प्रयास किए। शनिवार को जेल से छूटे विक्टर बाबरिका तब कैद किए गए थे जब वह लुकाशेंको के खिलाफ राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे।
यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है कि रिहा हुए लोग कहां गए हैं। अमेरिका के प्रयास से पूर्व में रिहा हुए लोगों को लिथुआनिया भेजा गया था, वहां से वे अन्य देशों में गए थे। लुकाशेंको से वार्ता करने वाले अमेरिकी अधिकारियों ने कहा, अमेरिका के प्रयास से बेलारूस के राष्ट्रपति पुतिन के प्रभाव से थोड़ा दूर हुए हैं। यह सफलता भले ही मामूली लगे लेकिन महत्वपूर्ण है।

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