बांग्लादेश में दुर्गा पूजा से पहले मंदिर में तोड़फोड़, दहशत में जी रहे हिंदू अल्पसंख्यक
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा से पहले कुश्तिया जिले के मीरपुर में उपद्रवियों ने श्री श्री राखा काली मंदिर में तोड़फोड़ की। उन्होंने मूर्तियों को तोड़ा सीसीटीवी कैमरे को नुकसान पहुंचाया और मेमोरी कार्ड भी चुरा लिया। मंदिर समिति के अध्यक्ष के अनुसार कार्तिक और सरस्वती की मूर्तियों के सिर और हाथ तोड़ दिए गए।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश में दुर्गा पूजा उत्सव से पहले उपद्रवियों ने कुश्तिया जिले के मीरपुर उपजिला स्थित स्वरूपदाह पालपाड़ा श्री श्री राखा काली मंदिर में तोड़फोड़ की। उन्होंने मूर्तियों को तोड़ दिया, सीसीटीवी कैमरा क्षतिग्रस्त कर दिया और मेमोरी कार्ड भी चोरी कर लिया।
दुर्गोत्सव बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों का सबसे बड़ा धार्मिक त्योहार है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, यह घटना रविवार रात हुई। मंदिर समिति के अध्यक्ष अमरेश घोष के अनुसार, उपद्रवियों ने कार्तिक और सरस्वती की मूर्तियों के सिर और हाथ तोड़ दिए।
सुरक्षा में रहता है मंदिर
बांग्लादेश के प्रमुख दैनिक द बिजनेस स्टैंडर्ड ने घोष के हवाले से बताया, ''घटना के समय इलाके में बिजली नहीं थी और हल्की बारिश हो रही थी। इसी का फायदा उठाकर मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। हालांकि अस्थायी टिन-शेड वाले मंदिर की रोजाना सुरक्षा की जाती है, फिर भी बिजली नहीं रहने के दौरान यह घटना हुई।''
मंदिर समिति के पूर्व सचिव बादल कुमार डे ने कहा, ''पिछले तीन सालों से हम यहां दुर्गा पूजा का आयोजन करते आ रहे हैं। दुर्गा पूजा से पहले हुई इस घटना ने हमें दहशत में डाल दिया है।'' मीरपुर थाने के प्रभारी अधिकारी मोमिनुल इस्लाम ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा, ''खबर मिलते ही हम तुरंत मौके पर पहुंचे। जांच के बाद विस्तृत रिपोर्ट दी जाएगी।''
अवामी लीग ने यूनुस सरकार की आलोचना की
बांग्लादेश की अवामी लीग पार्टी ने सोमवार को एक बार फिर मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार पर देश में अराजकता का माहौल पैदा करने का आरोप लगाया। इसने कहा कि ''लोकतंत्र और स्थिरता बहाल करने'' के स्वघोषित नारे के तहत राष्ट्र की रक्षा की शपथ लेने वालों को भी नहीं बख्शा जा रहा है।
पार्टी ने आरोप लगाया कि नागरिकों की सुरक्षा और कानून को बनाए रखने की जिम्मेदारी निभाने वाले पुलिस अधिकारियों पर अब लगातार हमले हो रहे हैं, उन्हें धमकियां मिल रही हैं और हत्याएं हो रही हैं।
कपड़ा कारखाने के कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
स्थानीय मीडिया के अनुसार, बांग्लादेश में सैकड़ों कर्मचारियों ने गाजीपुर जिले के दो कपड़ा कारखानों में 57 कर्मचारियों के निलंबन के विरोध में सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया। मोहम्मदिया समूह के दो कपड़ा कारखानों - एमजी निट फ्लेयर लिमिटेड और एमजी फैशन स्वेटर लिमिटेड - के कर्मचारियों ने भवानीपुर इलाके में मुख्य द्वार के सामने प्रदर्शन किया और कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे नहीं हटेंगे। इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए पुलिस निरीक्षक अब्दुल लतीफ ने कहा, ''मामले को कानून के अनुसार सुलझाया जाएगा।''
(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ)
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