Video: तसलीमा नसरीन की किताब पर फिर मचा बवाल, मदरसा के छात्रों ने बांग्लादेश बुक फेयर में की तोड़फोड़
बांग्लादेश में एक पुस्तक मेले में मशहूर लेखिका तसलीमा नसरीन की किताबें बेचने और प्रकाशित करने वाले प्रकाशन के स्टॉल पर लोगों ने हमला कर दिया और साथ ही तोड़फोड़ की गई। इस घटना के बाद लेखिका ने वीडियो शेयर कर कहा कि चरमपंथियों ने सब्यसाची के स्टॉल पर तोड़फोड़ की। सरकार ऐसे लोगों का समर्थन कर रही है इस वजह से ऐसी गतिविधियां बढ़ रही है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश में शेख हसीना के जाने के बाद और यूनुस सरकार बनने के बाद से स्थिति काफी खराब होती जा रही है। आए दिन हिंसा और उपद्रव की खबरें सामने आती रहती है। इसका ताजा उदाहरण बांग्लादेश के पुस्तक मेले में देखने को मिला।
बांग्लादेश की मशहूर लेखिका तसलीमा नसरीन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडिया शेयर किया है। अपने पोस्ट में उन्होंने आरोप लगाया है कि जिहादी धार्मिक चरमपंथियों ने बांग्लादेश के पुस्तक मेले में प्रकाशक सब्यसाची के स्टॉल पर तोड़फोड़ की।
तसलीमा ने वीडिया शेयर कर लगाया आरोप
तसलीमा नसरीन ने वीडियो शेयर कर लिखा, "आज, जिहादी धार्मिक चरमपंथियों ने बांग्लादेश के पुस्तक मेले में प्रकाशक सब्यसाची के स्टॉल पर हमला किया। सब्यसाची प्रकाशक का अपराध सिर्फ इतना था कि उन्होंने मेरी पुस्तक प्रकाशित की थी।"
Today, jihadist religious extremists attacked the stall of the publisher Sabyasachi at Bangladesh's book fair. Their "crime" was publishing my book. The book fair authorities and the police from the local station ordered the removal of my book. Even after it was removed, the… pic.twitter.com/ypddpQysiu
— taslima nasreen (@taslimanasreen) February 10, 2025
उन्होंने आगे लिखा, "पुस्तक मेला अधिकारियों और स्थानीय स्टेशन की पुलिस ने मेरी पुस्तक को हटाने का आदेश दिया। पुस्तकों को हटाए जाने के बाद भी चरमपंथियों ने हमला किया और स्टॉल में तोड़फोड़ की और इसे बंद कर दिया। सरकार इन चरमपंथियों का समर्थन कर रही है और देश में जिहादी गतिविधियां बढ़ रही है"।
कौन हैं तसलीमा नसरीन?
बता दें, तसलीमा नसरीन बांग्लादेश की एक मशहूर लेखिका हैं और उन्होंने अब तक कई किताबें लिखी है। किताबों के साथ-साथ तसलीमा कविताएं भी लिखती हैं और उन्होंने एक नॉवेल भी लिखा था जिसका नाम था लज्जा और इस नॉवेल पर एक फिल्म भी बनी थी। हालांकि, इस फिल्म के बाद उनके खिलाफ फतवा भी जारी हुआ था।
तसलीमा नसरीन अक्सर इस्लामिक कट्टरता और उनकी खामियों को लेकर आवाज उठाती रहती हैं। इसी वजह से वो इस्लामिक कट्टरपंथियों के निशाने पर रहती हैं। वो स्वीडन की नागरिक हैं, लेकिन बांग्लादेश के मुस्लिम देश होने की वजह से वो निर्वासित होकर भारत में रहने लगीं।
पहले वो अमेरिका और यूरोप में रहती थी। बाद में उन्होंने भारत में शरण ले ली और साल 2004 के बाद से भारत में ही रह रही हैं। इस्लाम के खिलाफ अपनी टिप्पणियों को लेकर अक्सर उनके ऊपर खतरा बना रहता है और कई बार उनके ऊपर हमले की कोशिश भी हो चुकी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।