अब शेख हसीना की बेटी के पीछे पड़े मोहम्मद यूनुस, WHO को पत्र लिख की ये मांग
बांग्लादेश में शेख हसीना के बाद अब यूनुस सरकार ने उनकी बेटी साइमा वाजेद को विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण-पूर्व एशिया के क्षेत्रीय निदेशक के पद से हटाने की तैयारी शुरू कर दी है। एक अधिकारी ने कहा उन्हें हटाने के लिए कदम उठाने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय और विदेश मंत्रालय को पत्र भेजने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

एएनआई, ढाका (बांग्लादेश)। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की बेटी साइमा वाजेद को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दक्षिण-पूर्व एशिया के क्षेत्रीय निदेशक के पद से हटाने की तैयारी शुरू कर दी है।
दिल्ली में रहने वाली साइमा वाजेद पेशे से मनोवैज्ञानिक हैं और उन्होंने न्यूरोडेवलपमेंटल डिसऑर्डर पर काफी काम किया है। 23 जनवरी, 2024 को जिनेवा में WHO के कार्यकारी बोर्ड ने उन्हें WHO का क्षेत्रीय निदेशक नियुक्त किया।
हालांकि, बांग्लादेश का भ्रष्टाचार निरोधक आयोग (एसीसी) उन पर कथित भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहा है।
साइमा वाजेद को हटाने की तैयारी तेज
एक अधिकारी ने बताया, एसीसी ने साइमा वाजेद को डब्ल्यूएचओ से हटाने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। उन्हें हटाने के लिए कदम उठाने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय और विदेश मंत्रालय को पत्र भेजने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
पिछले साल अगस्त में छात्रों के नेतृत्व वाले आंदोलन ने कई हफ़्तों तक चले विरोध प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटा दिया था, जिसके परिणामस्वरूप 600 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई थी। 76 वर्षीय हसीना भारत भाग गईं और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन किया गया।
राजनीतिक उथल-पुथल का असर
सरकार में परिवर्तन के बावजूद, ढाका में एक वकील ने बताया, यदि कोई व्यक्ति संयुक्त राष्ट्र निकाय में किसी देश के नामांकन के बाद निर्वाचित होता है, तो वह देश की सरकार गिरने के बावजूद अपनी व्यक्तिगत क्षमता में पद पर बना रहता है।
बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल का असर अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर भी पड़ा है। हाल ही में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर को भ्रष्टाचार विरोधी मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक के इस्तीफे से एक और झटका लगा। शेख हसीना की भतीजी 42 वर्षीय सिद्दीक बांग्लादेश से जुड़े एक गबन मामले में फंसी हुई थीं।
सिद्दीक ने एक्स पर अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा, एक स्वतंत्र समीक्षा ने पुष्टि की है कि मैंने मंत्रिस्तरीय संहिता का उल्लंघन नहीं किया है और ऐसा कोई सबूत नहीं है जो यह सुझाव दे कि मैंने अनुचित तरीके से काम किया है। फिर भी, सरकार के लिए ध्यान भटकाने से बचने के लिए, मैंने सिटी मिनिस्टर के पद से इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने यह भी बताया कि उनके पारिवारिक संबंधों का खुलासा किया गया था और उन्होंने हितों के टकराव की किसी भी धारणा से बचने के लिए बांग्लादेश से संबंधित मामलों से खुद को अलग कर लिया।
पिछले साल बांग्लादेश से भागकर आई हसीना 5 अगस्त से भारत में रह रही हैं। इन घटनाओं के नतीजों ने बांग्लादेश के राजनीतिक परिदृश्य को काफी प्रभावित किया है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है। जांच और राजनीतिक अस्थिरता के बावजूद, वाजेद डब्ल्यूएचओ में अपने पद पर बनी हुई हैं, जबकि मामला अभी भी जारी है।
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