बांग्लादेश में होगा तख्तापलट या बची रहेगी मोहम्मद यूनुस की कुर्सी? मंत्रिमंडल के सलाहकार ने बताई अंदर की बात
बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार के मुखिया बने रहेंगे उनके सलाहकार ने इस्तीफे की अफवाहों का खंडन किया है। सलाहकार वहीदुद्दीन महमूद ने स्पष्ट किया कि कोई पद नहीं छोड़ रहा है और उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है। राजनीतिक दल और सेना दिसंबर तक चुनाव कराने के पक्ष में हैं जबकि यूनुस चुनाव टालना चाहते हैं।

पीटीआई, ढाका। बांग्लादेश में मची राजनीतिक उथल-पुथल के बीच अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने शनिवार को सलाहकार परिषद (कैबिनेट) की बैठक बुलाई। अचानक बुलाई इस बैठक में यूनुस ने इस्तीफे का प्रस्ताव रखा लेकिन सहयोगियों ने उसे अस्वीकार कर दिया। कहा कि यूनुस के नेतृत्व में ही चुनौतियों का सामना किया जाएगा।
यह बैठक उस माहौल में हुई है जब सरकार को समर्थन दे रहे एक प्रमुख सहयोगी दल ने कहा था कि यूनुस इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं। बैठक के बाद योजना विभाग के प्रभारी मंत्री वहीदुद्दीन महमूद ने सफाई दी कि यूनुस ने इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा।
जिम्मेदारियों को पूरा करने का दावा
कहा, हम हर रुकावट का सामना करते हुए कार्य करेंगे और जिम्मेदारियों को पूरा करेंगे। वह (मुहम्मद यूनुस) अपने पद पर कार्य करते रहेंगे। उनकी टीम में शामिल सभी सलाहकार (प्रभारी मंत्री) भी पूर्व की भांति कार्य करते रहेंगे, वे अपने कर्तव्यों से नहीं भागेंगे।
बड़े राजनीतिक संकट से जूझ रही यूनुस सरकार ने आरोप लगाया कि हारी हुई ताकतों और विदेशी षडयंत्र के चलते देश में सामान्य कामकाज का वातावरण नहीं बन पा रहा है। इससे जनता के बीच भ्रम और संदेह की स्थिति बन रही है। इसके बावजूद अंतरिम सरकार राष्ट्रहित की अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने का हर संभव प्रयास करती रहेगी।
संतुलन नहीं बना पा रहे यूनुस
- सलाहकार परिषद की अचानक हुई बैठक और उसके बाद यह सफाई गुरुवार को छात्रों की नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) के सरकार से अलग होने पर विचार के वक्तव्य के बाद आई है। एनसीपी ने कहा था कि वह इस स्थिति में सरकार में नहीं रह सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि अंतरिम सरकार अभी तक व्यवस्था को बदलने में विफल रही है।
- यद्यपि शनिवार को हुई बैठक में सभी 19 सलाहकारों ने भाग लिया जिसमें एनसीपी के सदस्य भी शामिल थे। बैठक के बाद मुख्य सलाहकार की प्रेस विंग ने सलाहकार परिषद का बयान जारी किया। बयान में कहा गया है कि बैठक में तीन जिम्मेदारियों पर विस्तार से चर्चा की गई। ये जिम्मेदारियां चुनाव, व्यवस्था में सुधार और न्याय से संबंधित हैं।
- विदित हो कि बांग्लादेश में सेना और राजनीतिक दल जहां चुनाव के लिए कह रहे हैं, वहीं छात्र संगठन पहले पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और पूर्व सरकार में शामिल लोगों को दंडित करने तथा व्यवस्था में बदलाव की बात कर रहे हैं। इससे मुख्य सलाहकार यूनुस के लिए संतुलन बनाकर कार्य करने में मुश्किल हो रही है, अंतरिम सरकार होने के चलते उन्हें निर्णय लेने में भी कठिनाई हो रही है।
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