'पहचान करो, वापसी तय...' अपने नागरिकों को ही नहीं स्वीकार रहा बांग्लादेश, भारत ने लगाई क्लास
भारत में अवैध रूप से रह रहे लोगों के साथ कानून के अनुसार निपटा जाएगा। 2369 बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की गई है जिनमें से कई ने कैद की सजा भी पूरी कर ली है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि बांग्लादेश सरकार से नागरिकता सत्यापन प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह किया गया है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत की तरफ से सारे सबूत देने के बावजूद बांग्लादेश यहां अवैध तरीके से रहने वाले अपने नागरिकों को स्वीकार नहीं कर रहा है। बार-बार सूचना भेजने के बावजूद भी इनकी नागरिकता को सत्यापित करने में बांग्लादेश मदद नहीं कर रहा है। इस वजह से 2369 बांग्लादेशियों को वापस उनके देश नहीं भेजा जा सकता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि भारत लगातार बांग्लादेश सरकार से आग्रह कर रहा है कि वह यहां अवैध तरीके से रहने वाले अपने नागरिकों को वापस ले। ऐसे 2,369 बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की गई है। इनमें से कई लोगों ने भारत में अपने कैद की सजा भी पूरी कर ली है।
अब बांग्लादेश सरकार पर है कि वह इनकी नागरिकता को सत्यापित करे और इन्हें वापस ले जाए। बांग्लादेश से नागरिकता सत्यापन प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह करते हुए जायसवाल ने कहा कि जो लोग भारत में अवैध रूप से रह रहे हैं, चाहे वे बांग्लादेशी नागरिक हों या कोई और, उनके साथ कानून के अनुसार निपटा जाएगा।
उन्होंने कहा कि भारत में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिक हैं, जिन्हें निर्वासित किया जाना आवश्यक है। हमने बांग्लादेशी पक्ष से उनकी नागरिकता सत्यापित करने के लिए कहा है। हमारे पास निर्वासित किए जाने वाले लोगों के 2,369 से अधिक मामलों की लंबित सूची है। कई मामलों में नागरिकता सत्यापन प्रक्रिया 2020 से लंबित है।
गौरतलब है कि अवैध प्रवासी बिना वैध यात्रा दस्तावेजों के छुपकर भारत में प्रवेश करते हैं, जिससे प्राधिकारियों के लिए देश में रह रहे ऐसे लोगों का सही अनुमान लगाना अत्यंत कठिन हो जाता है। बहरहाल, विदेश मंत्रालय का यह बयान तब आया है जब भारत में अवैध तरीके से रहने वाले बांग्लादेशियों को वापस भेजने को लेकर राजनीति भी गर्मा रही है।
भारत में कितने बांग्लादेशी अवैध तरीके से रहते हैं, इसका कोई भी विश्वस्त आंकड़ा सरकार के पास नहीं है। लेकिन, यह संख्या लाखों में होने की संभावना है। वजह यह है कि वर्षों तक भारत और बांग्लादेश के बीच की सीमा पर निगरानी की कोई खास व्यवस्था नहीं थी। आज भी बांग्लादेश से अवैध तरीके से भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश होती है। फिलहाल दोनों देशों के संबंधों में तल्खी आई है। प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार का रवैया लगातार भारत विरोधी बना हुआ है।
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