शेख हसीना को जाना पड़ेगा बांग्लादेश? कोर्ट ने जारी किया गिरफ्तारी वारंट, धोखाधड़ी से जमीन हड़पने का आरोप
इससे पहले बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने हसीना उनके राजनीतिक सहयोगियों और अन्य के खिलाफ दो बार गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इन पर मानवता के खिलाफ अपराध और लोगों को जबरन गायब करने जैसे आरोप लगाए गए हैं। गत पांच अगस्त को हिंसक छात्र आंदोलन के चलते हसीना की अगुआई वाली अवामी लीग सरकार का पतन हो गया था।

पीटीआई, ढाका। बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ एक और गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। राजधानी ढाका की अदालत ने गुरुवार को भ्रष्टाचार के एक मामले में शेख हसीना, उनकी बेटी साइमा वाजिद पुतुल और 17 अन्य के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया।
इन सभी को धोखाधड़ी के जरिये एक आवासीय भूखंड हासिल करने के मामले में आरोपी किया गया है। ढाका मेट्रोपोलिटन के वरिष्ठ जज जाकिर हुसैन गालिब ने गुरुवार को भ्रष्टाचार रोधी आयोग (एसीसी) की ओर से दाखिल आरोपपत्र को स्वीकार कर लिया। हालांकि आरोपी फरार हैं, इसलिए कोर्ट ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
4 मई को देनी होगी जांच रिपोर्ट
आयोग के वकील मीर अहमद सलाम ने पत्रकारों को बताया, 'वरिष्ठ जज जाकिर हुसैन गालिब ने एसीसी के आरोपपत्र को स्वीकार करने के साथ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।' उन्होंने बताया कि जज ने एसीसी को सुनवाई के लिए मामले से जुड़ी जांच रिपोर्ट चार मई को प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
एसीसी ने पूर्व प्रधानमंत्री हसीना और अन्य के खिलाफ 12 जनवरी को मुकदमा दायर किया था। आरोपपत्र के अनुसार, साइमा ने अपनी मां और तत्कालीन प्रधानमंत्री हसीना को भूखंड हासिल करने के लिए प्रभावित किया था। एक नवंबर, 2023 से साइमा नई दिल्ली स्थित विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्रीय निदेशक के रूप में कार्यरत हैं।
उल्लेखनीय है कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार गठित हुई थी। तब से हसीना को कई मामलों में आरोपित किया जा चुका है।
यह भी पढ़ें: दिल्ली में 20 साल से छिपे तीन बांग्लादेशी घुसपैठिये गिरफ्तार, प्रॉपर्टी डीलिंग का करते थे काम
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।