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    अहमदाबाद जैसा हादसा होते-होते बचा! बर्मिंघम में एअर इंडिया के प्लेन की कराई गई सुरक्षित लैंडिंग

    Updated: Sun, 05 Oct 2025 10:00 PM (IST)

    अमृतसर से बर्मिंघम जा रहे एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का रैम एयर टर्बाइन (आरएटी) हवाई अड्डे पर उतरते समय अप्रत्याशित रूप से सक्रिय हो गया जिससे एक संभावित विमान हादसा टल गया। विमान सुरक्षित रूप से उतरा लेकिन घटना की जांच शुरू हो गई है। एअर इंडिया ने बर्मिंघम-दिल्ली उड़ान रद्द कर दी है और यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।

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    विमान सुरक्षित रूप से नीचे उतार लिया गया (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अहमदाबाद जैसा एक और विमान हादसा होते-होते टल गया। अमृतसर से बर्मिंघम जा रहे एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का रैम एयर टर्बाइन (आरएटी) शनिवार को हवाई अड्डे पर उतरने के दौरान अप्रत्याशित रूप से सक्रिय हो गया। हालांकि, विमान सुरक्षित रूप से नीचे उतार लिया गया।

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    आरएटी दोनों इंजन के काम करना बंद करने या पूर्ण इलेक्ट्रॉनिक या हाइड्रोलिक विफलता की स्थिति में अपने आप सक्रिय हो जाता है। यह आपातकालीन ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए हवा की गति का उपयोग करता है। एअर इंडिया का कहना है कि विमान के सभी विद्युत और हाइड्रोलिक पैरामीटर सामान्य पाए गए। इसका मतलब है कि दोनों इंजन बंद होने के चलते आरएटी सक्रिय हो गया होगा।

    बर्मिंघम-दिल्ली उड़ान रद

    टाटा समूह के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी ने कहा कि उसने अपनी बर्मिंघम-दिल्ली उड़ान रद कर दी है, क्योंकि विमान को जांच के लिए रोक लिया गया है। यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। एअर इंडिया ने विमान में सवार लोगों की संख्या सहित विशिष्ट विवरण साझा नहीं किए।

    उल्लेखनीय है कि इस वर्ष जून में एअर इंडिया बोइंग 787 विमान दुर्घटना के कई संभावित कारणों में इंजन या हाइड्रोलिक/इलेक्ट्रिकल विफलता या सॉफ्टवेयर की खराबी को भी शामिल किया जा रहा है। एअर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान 12 जून को लंदन जा रहा था। अहमदाबाद से उड़ान भरने के तुरंत बाद यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया और एक मेडिकल कॉलेज हॉस्टल पर जा गिरा, जिससे विमान में सवार 241 लोगों सहित 260 लोग मारे गए। भारत का विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) इस दुर्घटना की जांच कर रहा है।

    जुलाई में आई थी प्रारंभिक रिपोर्ट

    एएआईबी ने इस साल जुलाई में अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा था कि विमान का ईंधन नियंत्रण स्विच, उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद ही बंद हो गया था। इस पर एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने ऐसा क्यों किया, तो दूसरे ने जवाब दिया कि उसने ऐसा नहीं किया। अमेरिकी विमान निर्माता बोइंग ने पिछले तीन दशक में भारत में हुई सबसे घातक हवाई दुर्घटनाओं में से एक पर चुप्पी साध रखी है।

    बर्मिंघम हवाई अड्डे पर एअर इंडिया के विमान की आरएटी प्रणाली सक्रिय होने की नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) जांच करेगा। डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विमान उतरने के दौरान के 400 फीट की ऊंचाई पर आरएटी सक्रिय हो गया था, लेकिन पायलट ने इससे संबंधित किसी भी असामान्यता की सूचना नहीं दी।

    इस बीच, भारतीय पायलट महासंघ (एफआइपी) ने रविवार को विमानन सुरक्षा नियामक डीजीसीए से देश के सभी बोइंग 787 विमानों की विद्युत प्रणाली की गहन जांच करने का अनुरोध किया है। पायलट महासंघ ने डीजीसीए को पत्र लिखकर कहा कि बर्मिंघम की घटना तब हुई, जब आरएटी विमान उतरते समय अपने आप सक्रिय हो गया। एयरक्राफ्ट हेल्थ मॉनिटरिंग ने पावर कंट्रोल यूनिट में एक खराबी पकड़ी है, जिसके कारण आरएटी सक्रिय हो गया होगा।

    (न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

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