UNSC ने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री से हटाया यात्रा प्रतिबंध, जल्द भारत दौरा पर आएंगे आमिर खान मुत्ताकी
तालिबान सरकार में विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी 9 और 10 अक्टूबर को भारत दौरे पर रहेंगे जिसका उद्देश्य भारत और अफगानिस्तान के संबंधों को मजबूत करना है। सुरक्षा परिषद से यात्रा प्रतिबंध में छूट मिलने के बाद यह दौरा संभव हो पाया है। यह किसी अफगान मंत्री की पहली भारत यात्रा होगी जिससे दोनों देशों के बीच नजदीकी बढ़ने की उम्मीद है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और अफगानिस्तान के बीच संबंधों को मजबूती देने के लिए तालिबान सरकार में विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी नौ और 10 अक्टूबर को भारत के दौरे पर रहेंगे। वह अगस्त में ही भारत आनेवाले थे, लेकिन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तरफ से यात्रा प्रतिबंध छूट न मिल पाने की वजह से उनका दौरा रद हो गया था।
सूत्रों ने अब उनके आने की पुष्टि कर दी है। ये किसी अफगान मंत्री की पहली भारत यात्रा होगी। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मई में मुत्ताकी से बातचीत की थी। मुत्ताकी को 25 जनवरी 2001 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सूची में शामिल किया था। उन पर यात्रा प्रतिबंध, संपत्ति जब्ती और हथियार प्रतिबंध लगा दिया गया था।
भारत यात्रा के लिए यात्रा प्रतिबंध में छूट
प्रतिबंध समिति की वेबसाइट के मुताबिक, मुत्ताकी को नौ से 16 अक्टूबर के बीच भारत यात्रा के लिए यात्रा प्रतिबंध में छूट दी गई है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा रेखा डुरंड लाइन को लेकर तनाव काफी बढ़ गया है। पाकिस्तान आरोप लगाता रहा है कि अफगानिस्तान तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को सुरक्षा दे रहा है और हाल में पाकिस्तान की तरफ से सीमा पार से हवाई हमले भी हुए हैं, जिसका तालिबान नेतृत्व ने कड़ा विरोध किया है। इस दौरान भारत ने अफगानिस्तान से नजदीकी बढ़ाई है।
कई अफगानी मंत्री कर चुके हैं भारत का दौरा
अफगानिस्तान से कई महत्वपूर्ण अधिकारियों ने भारत का दौरा किया है, जिसमें दवा एवं खाद्य उप मंत्री हमदुल्ला जाहिद भी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक वह लगभग महीने भर भारत में रह चुके हैं। भारत ने आधिकारिक तौर पर तालिबान सरकार को मान्यता नहीं दी है, लेकिन काबुल में दूतावास खोलने और कई तरह की मानवीय सहायता देकर भारत ने तालिबान शासन से नियमित संपर्क बनाए रखा है।
अफगानिस्तान ने मुंबई और हैदराबाद खोले दूतावास
साथ ही भारत ने अफगानिस्तान राजनयिकों के लिए मुंबई और हैदराबाद में कई महावाणिज्य दूतावास भी खोले हैं। दिल्ली में अफगानिस्तान दूतावास का चार्ज डी'अफेयर्स मुहम्मद इब्राहिम खिल के पास ही है, जो अशरफ गनी सरकार के दौर से यहां तैनात हैं।
(समाचार एजेंसी आइएएनएस के इनपुट के साथ)
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