ईरान से बढ़े तनाव के बीच अमेरिका ने खाड़ी में बी-52 बमवर्षक विमान की तैनाती की
ईरान के साथ संबंधों में आई तल्खी के बाद अमेरिका ने मध्य-पूर्व में अत्याधुनिक बी-52 बमवर्षक विमान तैनात करेगा।
वाशिंगटन, रायटर। ईरान के साथ संबंधों में आई तल्खी के बाद अमेरिका मध्य-पूर्व में अपनी सेनाओं की तैनाती बढ़ा रहा है। वहां तैनात होने वाले घातक हथियारों में अत्याधुनिक बी-52 बमवर्षक विमान (B-52 Bombers) भी होगा। परमाणु हथियारों से लैस यह विमान पलक झपकते ही हमला करके निकल जाने में सक्षम है। यह लंबी दूरी का सफर तय कर हमला कर सकता है। ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि मध्य-पूर्व में तैनात अमेरिकी सैनिकों पर खतरा बढ़ा है, उसी को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बंदोबस्त किए जा रहे हैं।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने बताया कि मध्य-पूर्व में (ईरान के आसपास का इलाका) कैरियर स्ट्राइक ग्रुप और बॉम्बर टास्क फोर्स की तैनाती हो रही है। स्ट्राइक ग्रुप में उच्च क्षमता वाले विमानवाहक युद्धपोत और कई विध्वंसक शामिल होते हैं। बॉम्बर टास्क फोर्स में अन्य विमानों के साथ बी-52 बमवर्षक विमान भी होंगे। ये वे विमान हैं जिन्हें उत्तर कोरिया से बेहद तनाव के दौर में अमेरिका ने कोरियाई प्रायद्वीप के नजदीक तैनात किया था। ये विमान अक्सर प्रायद्वीप के आकाश में उड़ान भरकर उत्तर कोरियाई सेना में भय पैदा करने का काम करते थे। अमेरिका की योजना अब ईरान पर दबाव बढ़ाने की है।
अमेरिकी सेना की मध्य कमान के प्रवक्ता कैप्टन बिल अर्बन ने बताया कि फिलहाल चार बी-52 बमवर्षक तैनात किए जाएंगे। जरूरत पड़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। वैसे क्षेत्र में अमेरिका ने अप्रैल में ही बी-1 बमवर्षक विमानों की तैनाती की है। प्रवक्ता ने बताया कि अब्राहम लिंकन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को मध्य-पूर्व पहुंचने के निर्देश दिए जा चुके हैं और वह एक-दो दिन में गतिशील हो जाएगा। अमेरिका का आरोप है कि ईरान गुपचुप तरीके से परमाणु हथियार विकसित करने के साथ ही आतंकी संगठनों को भी पनाह दे रहा है।
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